उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में 19वीं सदी तक एक सींग वाले गेंडे पाये जाते थे, जिसके बाद गेंडों का अस्तित्व लगभग समाप्त हो गया। वर्ष- 1984 में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान के दक्षिणी सोनारीपुर रेंज में गेंडों को पुनर्स्थापित करने का शुभारंभ हुआ। पश्चिम बंगाल और आसाम से लाकर एक नर और दो मादा सलूकापुर […]
किरन कांत उत्तराखंड में दहशत के साथ रोमांच से भर देने वाली घटना घटित हुई है। प्रकृति का कोप झेल रहे उत्तराखंड में अचानक एक विशाल झरना नजर आने लगा है, जो सीधे सड़क पर गिर रहा है, इससे जानमाल का खतरा बना हुआ है, वहीं पर्यटक जमकर आनंद लेते नजर आ रहे हैं। प्रशासन […]
किरन कांत विकास के लिए बाँध भले ही जरूरी हों, लेकिन बाँध के चलते ऐसा खतरा मंडरा है, जो कभी भी प्रलय का कारण बन सकता है। स्तब्ध कर देने वाली बात यह है कि 25 में से 23 बाँध खतरनाक हैं। माना जाता है कि कभी आशंका सच हो गई, तो उत्तराखंड ही नहीं, […]
कार्तिक पूर्णिमा का पर्व आस्था और श्रद्धा के साथ देश भर में मनाया जा रहा है। देश और दुनिया के लाखों गंगा भक्त ठंड के बावजूद गंगा किनारे प्रवास किये हुए हैं। भक्ति, ध्यान, साधना, जप, तप और पूजा-अर्चना कर लोक-परलोक सुधारने की कामना करते देखे जा रहे हैं। आस्था, श्रद्धा और परंपरा के चलते […]
१- नीम का लेप सभी प्रकार के चर्म रोगों के निवारण में सहायक है। २- नीम की दातुन करने से दांत और मसूड़े स्वस्थ रहते हैं। ३- नीम की पत्तियां चबाने से रक्त शोधन होता है और त्वचा विकार रहित और कांतिवान होती है। ४- नीम की पत्तियों को पानी में उबाल उस पानी से […]
जयराम रमेश परेशान हैं कि शौचालय अनाज भंडारण के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। उनकी परेशानी जायज़ है। निश्चित ही शौचालय इस देश की बड़ी समस्या हैं। मुंह अंधेरे उठकर अकेले जंगल जाने पर महिलाओं की सुरक्षा को सबसे अधिक खतरा होता है। वह और जगहों की तरह न तो किसी पुरुष को साथ […]
28 जनवरी 2००6 को इंदौर में तीन साल का दीपक 22 फीट गहरे गड्ढे में गिर गया। 23 जुलाई 2००6 को हरियाणा में प्रिंस नाम का बच्चा बोरवेल में गिर गया जिसे काफी मशक्ककत के बाद बचाने में कामयाबी मिली थी। 2 जनवरी 2००7 को झांसी के पास एक गांव में 3० फुट गहरे गड्ढे […]
कान फोड़ देने वाले धमाकेदार संगीत के बीच नशे का सेवन कर लडख़ड़ाने का अवसर अगर मेट्रो शहर के युवक/युवतियों को नहीं मिल पा रहा है, तो समझो जिंदगी बेकार। मेट्रो की सोच बदलती जा रही है। धनाढ्य वर्ग के लिए मस्त जिंदगी का मतलब गाड़ी, नशा और लडक़ी ही रह गया है, तभी रेव […]