यहाँ कल क्या हो किसने जाना

फिल्मी दुनिया के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना इस दुनिया को अलविदा कह गए। आज मानो आनंद का उनका रोल ही साकार हो गया। वे चले गए और उनके जाने के बाद हर आँख नम है। राजेश खन्ना ने जीवन को भरपूर जिया। कहते हैं वे स्ट्रगलर के तौर पर निर्माताओं से काम मांगने भी इतनी […]

बदायूं के सांसद धर्मेंद्र के पीछे पड़ा जालसाज

  बदायूं लोकसभा क्षेत्र के युवा सांसद एवं सपा के स्टार नेता धर्मेद्र यादव के पहचान पत्र पर फिर रेलवे टिकट बनाने का खुलासा हुआ है, लेकिन रेल प्रशासन जालसाज को पकड़ नहीं पा रहा है। सांसद के पहचान पत्र पर शुक्रवार तेरह जून को किसी जालसाज ने ट्रेन नंबर 12540 में लखनऊ से यशवंतपुर […]

व्यक्तित्व का आईना है आपका हस्ताक्षर

  हस्ताक्षरया अक्षरों की बनावट व्यक्ति के अंतरतम अर्थात उसके व्यवहार, विचार और क्रिया से सीधा संबंध होता है। हस्ताक्षर के अध्ययन से व्यक्ति अपने भविष्य और व्यक्तित्व के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है और हस्ताक्षर में दिखाई देने वाली कमियों को दूर कर के, अपने हस्ताक्षर के साथ-साथ, अपना भविष्य और व्यक्तित्व […]

पुलिस की एजेंसी से भी ब्लैक होते हैं सिलेंडर

बदायूं की पुलिस लाइन में स्थित गैस एजेंसी से भी सिलेंडर ब्लैक होते हैं, यह कल्पना से भी परे है, लेकिन सच यही है कि सिलेंडर लगातार ब्लैक हो रहे हैं और उपभोक्ताओं को प्राईवेट एजेंसी संचालकों की तरह नियमों का भय दिखा कर भगा दिया जाता है। शहर की अन्य एजेंसी पर अनियमिततायें होने […]

लंबे समय तक याद रखे जायेंगे एसपी और डीएम

लंबे समय तक याद रखे जायेंगे एसपी और डीएम

चुनाव छोटे हों या बड़े। प्रशासन सख्त हो या लापरवाह। चुनाव के दौरान छोटी-बड़ी बेईमानी होती रही है, लेकिन आजादी के बाद से यह पहला मौका था, जो जनपद बदायूं में मतदान और मतगणना के दौरान अफसरों पर किसी तरह के आरोप नहीं लगे। इस सफलता के हकदार जिलाधिकारी मयूर माहेश्वरी और एसपी मंजिल सैनी […]

समीक्षा: गुटबंदी और पति के अहंकार से हारीं फात्मा

समीक्षा: गुटबंदी और पति के अहंकार से हारीं फात्मा

शहर विधान सभा क्षेत्र के सपा विधायक व पूर्व चेयरमैन आबिद रजा की पत्नी फात्मा रजा निकाय चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के ओमप्रकाश मथुरिया के मुकाबले हार गयीं। पक्ष और विपक्ष के लोग हार के कारणों की समीक्षा अपने-अपने तरीके से कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई यही है कि सपा समर्थित प्रत्याशी […]

नागार्जुन: साहित्य जगत का चमकता सितारा

नागार्जुन: साहित्य जगत का चमकता सितारा

30 जून सन् 1911 के दिन ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा का चन्द्रमा हिन्दी काव्य जगत् के उस दिवाकर के उदय का साक्षी था, जिसने अपनी फ़क़ीरी और बेबाक़ी से अपनी अनोखी पहचान बनाई। कबीर की पीढ़ी का यह महान कवि नागार्जुन के नाम से जाना गया। मधुबनी ज़िले के सतलखा गाँव की धरती बाबा नागार्जुन […]

नीम

१- नीम का लेप सभी प्रकार के चर्म रोगों के निवारण में सहायक है। २- नीम की दातुन करने से दांत और मसूड़े स्वस्थ रहते हैं। ३- नीम की पत्तियां चबाने से रक्त शोधन होता है और त्वचा विकार रहित और कांतिवान होती है। ४- नीम की पत्तियों को पानी में उबाल उस पानी से […]

शौचालय चाहिए या अनाज

जयराम रमेश परेशान हैं कि शौचालय अनाज भंडारण के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। उनकी परेशानी जायज़ है। निश्चित ही शौचालय इस देश की बड़ी समस्या हैं। मुंह अंधेरे उठकर अकेले जंगल जाने पर महिलाओं की सुरक्षा को सबसे अधिक खतरा होता है। वह और जगहों की तरह न तो किसी पुरुष को साथ […]

जन्मशती वर्ष पर विशेष- सादत हसन मंटो

11 मई, 1912 को जन्मे सादत हसन मंटो महज़ 42 वर्ष की छोटी सी ज़िंदगी काट कर 18 जनवरी, 1955 को इस दुनिया को अलविदा कह गए। उनकी ज़िंदगी सालों के पैमाने पर भले ही छोटी रही हो पर असल में ‘लार्जर देन लाइफ’ थी। उन्होंने उर्दू लेखन को जो ऊंचाई दी उसे आज भी […]