धार्मिक मान्यताओं और सामाजिक परंपराओं को याद दिलाने वाले त्योहार होली को भी पाश्चात्य संस्कृति का ग्रहण लगता जा रहा है। ईश्वर और प्रकृति की सत्ता का अहसास कराने वाले इस त्योहार को मनाने की जगह सेलिब्रेट करने की परंपरा बढ़ती जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरायें फिर भी अभी किसी हद तक दिख […]
जीत का कोई निश्चित नियम नहीं होता। जीत जैसे मिल जाये, वही नियम हो जाता है। बात राजनीति की हो, तो राजनीति में तो जीत का वैसे ही कोई नियम नहीं चलता। राजनीति में भी अति महत्वाकांक्षी लोगों का जमावड़ा हो, तो किसी भी तरह के नियम की बात करना भी समय खराब करने जैसा […]
देश भर में सरकारें बदलती रहती हैं। प्रशासनिक अफसर भी बदलते रहते हैं, लेकिन अवैध धंधे और धंधेबाज कभी नहीं बदलते। उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार थी, तब भी खनन माफिया भयमुक्त थे और आज समाजवादी पार्टी की सरकार में भी भयमुक्त हैं, इससे भी बड़े आश्चर्य की बात यह है कि जो खनन […]
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण-उत्तर कोरिया, चीन आदि देशों की नजर में भारत एक सर्वश्रेष्ठ बाजार है और उनकी नजर में यहां रहने वाले लोग दुनिया के सबसे अच्छे ग्राहक। इन देशों की कंपनियां भारतीयों को सबसे भोला ग्राहक समझती हैं, क्योंकि थोड़ी सी भूमिका बनाने के बाद ही भारतीय आसानी से चंगुल में फंस जाते हैं। […]
इंसान को वास्तविक ज्ञान अनुभव से ही होता है, इसका सबसे बड़ा प्रमाण आज नरेंद्र मोदी के रूप में सामने है। पिछले दस वर्षों में उनके साथ इतना सब घटा है कि अब उनसे गलियां आसानी से नहीं होंगी। फिलहाल सिर्फ उनके भाषण की करें, तो आज वह भाषण कला में माहिर हो चुके हैं। […]
एक किसान की भैंस चुरा कर पिता-पुत्र ले जा रहे हैं और डेढ़-दो किलोमीटर के अंतर से भैंस स्वामी कुछ परिचितों के साथ भैंस खोजता हुआ चोरों का लगातार पीछा कर रहा है। भैंस और चोरों के पद चिन्हों के सहारे भैंस स्वामी लगातार चोरों की ओर बढ़ रहा है। चोर अपने घर पहुँच […]
मुददा सिर्फ भ्रष्टाचार नहीं था, मुददा सिर्फ महंगाई भी नहीं थी, मुददा वंशवाद और नेताओं का शाही अंदाज़ भी नहीं था, मुददा सिर्फ बढ़ते अपराध भी नहीं थे। असल मुददा था राजनीति में सुचिता और पारदर्शिता का। असल मुददा था जनता को लोकतंत्र का आभास कराने का, तभी दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी […]
सार्वजनिक कवि सम्मेलनों के साथ एकल मंच पर श्रृंगार रस के प्रख्यात कवि कुमार विश्वास श्रोताओं से अक्सर यह अपील करते रहे हैं कि अगली पंक्ति पर तालियों की आवाज इलाहाबाद तक पहुंचनी चाहिए, इस अपील के साथ जब वह श्रोताओं को सुनाते थे कि “दीदी कहती हैं उस पगली लडकी की कुछ औकात नहीं, […]
चुनाव में कौन हारेगा और कौन जीतेगा?, इसका खुलासा तो परिणाम आने के बाद ही होता है, लेकिन चुनाव पूर्व एक माहौल होता है, जिसे महसूस कर किसी की हार-जीत की संभावना व्यक्त की जाती रही है, उसी हवा की बात की जाये, तो देश भर में गुजरात के मुख्यमंत्री और भाजपा के […]
मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी। यह नाम सुनते ही अधिकाँश लोगों के मन में राजनैतिक विवाद के चलते यूनिवर्सिटी की नकारात्मक छवि उभर आती है। मुस्लिम महापुरुष के नाम से स्थापित की गई है, इसलिए अधिकाँश लोग मुस्लिम यूनिवर्सिटी के तौर पर नजरिया बनाये हुए हैं, यह सब जानने की उत्सुकता में ही मेरा मन यूनिवर्सिटी […]