खंड विकास अधिकारी और कथित ड्राईवर की लापरवाही के चलते सरकारी गाड़ी चोरी हो गई। लापरवाहों के विरुद्ध कार्रवाई करने की जगह उच्चाधिकारियों द्वारा मुकदमा दर्ज करा कर घटना को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
घटना बदायूं की सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला गांधी नगर की है, यहाँ सालारपुर ब्लॉक में तैनात देवेन्द्र कश्यप नाम का सफाई कर्मचारी रहता है, जो तैनाती स्थल पर सफाई करने की जगह खंड विकास अधिकारी की गाड़ी चलाता है। खंड विकास अधिकारी रागिनी सक्सेना प्रतिदिन बरेली से ही कार्यालय आती हैं, उन्हें गाड़ी से सुबह को देवेन्द्र ब्लॉक पर लेकर जाता है और शाम को वापस लाने के बाद गाड़ी अपने घर के सामने सड़क पर खड़ी कर लेता है।
बीती रात देवेन्द्र के घर के सामने से ही बुलेरो गाड़ी संख्या- यूपी 24जी 0130 चोरी हो गई। देवेन्द्र को गाड़ी चोरी होने की जानकारी सुबह को ही हुई, उसने बीडीओ को घटना की जानकारी दी और बीडीओ ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया, तो विभाग में हलचल तो मच गई, लेकिन लापरवाही पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई किसी ने नहीं की, इसके विपरीत कोतवाली में दी गई तहरीर में यह दर्शाया गया है कि खराब होने पर देवेन्द्र ने गाड़ी अपने घर पर खड़ी कर ली। अफसरों के निर्देश पर ही सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने को देवेन्द्र की ओर से तहरीर दिला दी गई है। सवाल यह है कि गाड़ी देवेन्द्र के घर जाकर खराब हुई क्या? गाड़ी कहीं और खराब हुई, तो उसके घर तक कैसे पहुंच गई? सफाई कर्मचारी गाड़ी क्यों चला रहा था?