दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल जिस तरह कार्य कर रही है, उसकी जितनी प्रशंसा की जाये, उतना कम ही होगी। अतिशियोक्ति हो जायेगी पर, कहा जा सकता है कि स्वाति मालीवाल अवतार की तरह दायित्व निभा रही हैं। मंगलवार रात को उन्होंने नर्क में जाने को तैयार 39 लड़कियों को मुक्त कराने में सफलता प्राप्त कर ली।
30 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय मानव तस्करी निरोधक दिवस मनाया जाता है, जिसके 24 घंटे के अंदर ही स्वाति मालीवाल ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले की पुलिस के साथ मिल कर पहाड़गंज क्षेत्र में स्थित एक होटल से 39 लड़कियों को मुक्त कराने में सफलता प्राप्त की है। स्वाति मालीवाल और उनकी टीम की छापामार कार्रवाई रात 1 बजे से सुबह 6 बजे तक चली, इन लड़कियों को नेपाल से लाकर एक-एक कर बेचा जा रहा था और इन सबको भी विदेश भेजने की तैयारी थी। मौके से 68 पासपोर्ट मिले हैं, जिनमें 61 नेपाली और 7 भारतीय हैं। दिल्ली पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए स्वाति मालीवाल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए अपील की है कि रैकेट के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करायें।
यह भी बता दें कि हाल ही में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल और उनकी टीम ने नेपाली लड़कियों को छुड़वाया था। लड़कियों को गिरोह के सदस्य नेपाल से बहला-फुसलाकर दिल्ली ले आते हैं। दिल्ली महिला आयोग की टीम जिस प्रकार खुलासे कर रही है, उससे स्पष्ट है कि मानव तस्करी बड़े स्तर पर की जा रही है और मुख्य अड्डा राजधानी दिल्ली ही है।
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