उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दीपक सिंघल ने आम नागरिकों द्वारा विद्युत विभाग के एस. डी. ओ. एवं अवर अभियन्ता की शिकायत मिलने पर उन्हें तत्काल हटाने के निर्देश देते हुये कहा कि जनपदीय अधिकारी अपनी कार्यशैली में बदलाव लायें, अन्यथा दण्ड के लिये तैयार रहें। उन्होंने कहा कि जनपद का पहला फील्ड विजिट होने के कारण लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई न कर चेतावनी दी जा रही है। उन्होंने एन. एच. ए. आई. की सड़कों पर गड्ढ़ा होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि सड़कों की मरम्मत का कार्य समय से पूर्ण कराना सम्बन्धित अधिकारियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने तहसील दिवस में भाग लेने आये लगभग 100 फरियादियों की समस्याओं का तत्काल निराकरण करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये।
मुख्य सचिव आज जनपद अलीगढ़ में विकास कार्यों का औचक निरीक्षण करने के साथ-साथ थानों एवं तहसील का निरीक्षण करने के उपरान्त आम जनता एवं जनप्रतिनिधियों से भेंट कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिये कि अत्यधिक वर्षा से खेतों में जलभराव के कारण किसानों की फसल को हो रही क्षति से बचाव हेतु खेतों का सर्वे कराकर जल निकासी के लिये मनरेगा योजनान्तर्गत शीघ्र कार्य योजना बनाकर किसानों को जलभराव से तत्काल राहत दिलायी जाये। उन्होंने शहर में भी जलभराव होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये नगर आयुक्त को निर्देश दिये कि शहर में जलभराव को तत्काल दूर करने हेतु आवश्यकतानुसार कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित करायी जाये। उन्होंने कहा कि जलभराव होने के कारणों की जांच कराकर सम्बन्धित जिम्मेदार अधिकारियों को दण्डित किया जाये। उन्होंने जनपद में नवनिर्मित 300 शैय्यायुक्त अस्पताल में स्टाफ एवं चिकित्सक की पोस्टिंग न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये विभागीय अधिकारियों को तत्काल अवगत कराने के निर्देश दिये हैं।
श्री सिंघल ने सामुदायिक केन्द्र अकराबाद का औचक निरीक्षण कर तैनात 5 चिकित्सकों के सापेक्ष 2 चिकित्सक उपस्थित होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि चिकित्सकों के अनुपस्थित होने के कारणों की जांच कराकर नियमानुसार कार्यवाही प्राथमिकता पर सुनिश्चित करायी जाये। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय नानू विकास खण्ड अकराबाद का निरीक्षण करने पर पाया कि पंजीकृत 114 बच्चों में से 44 बच्चे उपस्थित थे, जिनमें से उपस्थित बच्चों ने पूछे गये प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर देने पर सम्बन्धित अध्यापक को प्रशस्ति पत्र दिये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कुछ विद्यालयों में जलभराव की शिकायत मिलने पर मुख्य विकास अधिकारी एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये।
मुख्य सचिव ने जनपद अलीगढ़ के थाना अकराबाद एवं थाना बन्ना देवी का निरीक्षण के दौरान स्थानीय नागरिकों को आमंत्रित कर थाना की कार्यप्रणाली के बारे में फीडबैक लेते हुये निर्देश दिये कि आम नागरिकों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने प्रमुख सचिव गृह को निर्देश दिये कि समस्त नगरों एवं महानगरों में साईकिल एवं मोटरसाईकिल पुलिस अवधारणा को विकसित करायें, ताकि सघन क्षेत्रों में भी जनता के मध्य पुलिस कर्मी आसानी से शीघ्र पहुंच सकें। उन्होंने जनपदीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे विकास कार्यों का क्रियान्वयन कराने एवं आम जनता को लाभान्वित कराने हेतु जनता से सीधा संपर्क स्थापित कर फीडबैक अवश्य प्राप्त करें।
श्री सिंघल ने यह भी निर्देश दिये कि मनरेगा योजनान्तर्गत मजदूरी का भुगतान समय से किया जाये, भुगतान में विलम्ब की सूचना प्राप्त होने पर सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी एवं जिलाधिकारी का उत्तरदायित्व निर्धारित कर सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिये कार्य स्थल पर डिस्प्ले बोर्ड लगवाया जाये तथा चल रहे कार्यों को त्वरित गति से पूर्ण कराने एवं स्थाई परिसम्पत्तियों जैसें-आंगनबाड़ी केन्द्र इत्यादि के सृजन पर बल दिया जाये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जल बचाओ अभियान के तहत मनरेगा से बनाये जा रहे तालाबों को निर्धारित गुणवत्ता के अनुसार समय से पूर्ण कराया जाये तथा मनरेगा योजना के अन्तर्गत महिलाओं की सहभागिता एवं स्वयं सहायता समूहों को जोड़ा जाये।
निरीक्षण में मुख्य सचिव के साथ प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पांडा, पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद, सचिव बेसिक शिक्षा अजय कुमार सिंह, सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुभाष चन्द्र शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
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