बदायूं जिले के हालात ऐसे हो गये हैं, जैसे यहाँ कानून राज है ही नहीं। जिसके मन में जो आ रहा है, वो वैसा कर रहा है। माफिया जमीनें कब्जा रहे हैं। बदमाश लूट रहे हैं। पशु तस्कर खुलेआम गाय-बैल का मांस ढो रहे हैं, वहीं हत्यारे जानें ले रहे हैं और बहशी दरिंदे औरतों की जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं। पुलिस कार्रवाई करने की जगह कानून के हत्यारों की मददगार ही साबित हो रही है।
किसानों की हत्या
कादरचौक थाना क्षेत्र के गाँव सिवाया हामिदपुर से दो किसान देवेन्द्र व इतवारी मंगलवार से लापता था, दोनों के शव ककोड़ा के जंगल से बरामद हुए हैं। मृतकों के घर कोहराम मचा हुआ है।
विकलांग वृद्धा का यौन शोषण
वजीरगंज थाना क्षेत्र के हालात अफगानिस्तान सरीखे हो गये हैं, यहाँ लाशें निकलने का रिकॉर्ड कायम हो चुका है। गाय काटने के लिए यह क्षेत्र कुख्यात है ही। अब यहाँ 70 वर्ष की विकलांग वृद्धा यौन शोषण का शिकार हुई है। बताते हैं कि क्षेत्र के गाँव नदवारी में एक 70 वर्षीय विकलांग वृद्धा घर में अकेली रहती है। मंगलवार की रात में शराब के नशे में धुत 20 वर्षीय एक दरिंदा घर में घुस गया और उसने विकलांग वृद्धा को दबोच लिया, जिसका दरिंदगी के साथ यौन शोषण किया। बुधवार की सुबह पीड़ित पक्ष थाने पहुंचा और घटना के संबंध में जानकारी देते हुए कार्रवाई की मांग की, तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, साथ ही घटना को दबा गई।
रिश्वत लेकर मांस से भरी पिक-अप छोड़ी
इस्लामनगर थाना पुलिस ने गुरूवार सुबह गाय व बैल के मांस से भरी पिक-अप गाड़ी पकड़ ली, लेकिन कार्रवाई करने की जगह रिश्वत लेकर पुलिस ने गाड़ी और तस्कर छोड़ दिए। पुलिस द्वारा समझौता करने की जानकारी आम जनता को हुई, तो कई लोगों ने उच्चाधिकारियों को फोन किये, लेकिन अधिकांश अफसरों के सीयूजी फोन नहीं उठाये गये, जिससे क्षेत्र की जनता में रोष व्याप्त है।
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