दिल दहला देने वाली खबर प्रकाश में आ रही है। इंडियन मुजाहिदीन का बदायूं से सीधा कनेक्शन जुड़ा नजर आ रहा है। बिजनौर में हुए बम धमाके के आरोपी बदायूं में शरण लिए रहे, लेकिन स्थानीय एजेंसियों व पुलिस को भनक तक न लगी। एटीएस संबंधित क्षेत्रों में नजर जमाये हुए हैं और एटीएस द्वारा दो संदिग्ध हिरासत में भी ले लिए गये हैं।
उल्लेखनीय है कि 12 सितंबर 2014 दिन शुक्रवार को बिजनौर के मोहल्ला जाटान में बम धमाका हुआ था। यह धमाका बम बनाते समय एक मकान में हुआ था, जिसमें एक आतंकी घायल भी हुआ था। आतंकी घायल साथी को बिजनौर के एक डॉक्टर के पास लेकर गये थे, जिसने उपचार करने से मना कर दिया था। इन आतंकियों के चेहरे ग्लैक्सी चौराहे पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गये थे, जिसके आधार पर इनकी पहचान तो हो गई, लेकिन गिरफ्तारी से बचते रहे हैं। यह फरार आतंकी बम बना कर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे, लेकिन बम फटने से घटना टल गई।
अब खबर यह है कि उक्त आतंकी बदायूं जिले में स्थित बिसौली कोतवाली व फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में शरण लिए रहे। आतंकियों की लोकेशन पपगाँव, राजा की सीकरी, दबतोरी, दबतोरा व संग्रामपुर में पाई गई है। यह सभी गाँव हवाला कारोबार के लिए बदनाम रहे हैं, जिससे आशंका है कि इन गाँवों में रहने वाले लोग आतंकियों को धन मुहैया कराते रहे हैं। सूत्र का कहना है कि काल की तरह आतंकियों के पीछे लगी एटीएस ने पपगाँव से दो संदिग्धों को हिरासत में भी ले लिया है, जिनसे पूछताछ कर रही है। बता दें कि फरार आतंकियों में दो आतंकी एटीएस जवान राममूरत व शिव शंकर को मारने के भी आरोपी हैं।
दिल दहलाने के साथ आश्चर्यचकित कर देने वाली खबर यह है कि आईएम का बदायूं से सीधा कनेक्शन ही नहीं है, बल्कि मोस्ट वांटेड आतंकी यहाँ शरण भी लिए रहे और किसी को उनकी मौजूदगी की भनक तक न लगी। माना जा रहा है कि अब एटीएस आतंकियों को शरण देने वालों को खोज निकालेगी। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि संबंधित गाँवों के कई संदिग्ध पिछले कई दिनों से फरार हैं और उनके परिजन चिंतित नजर आ रहे हैं।