बदायूं विधान सभा क्षेत्र के विधायक आबिद रजा और उनके समर्थकों के लिए बुरी खबर है। अखिलेश यादव सदर क्षेत्र से और प्रत्याशी घोषित करेंगे। पूर्व विधायक मुस्लिम खां अखिलेश यादव की पसंद कहे जा रहे हैं, जिनकी घोषणा कभी भी हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि बदायूं विधान सभा क्षेत्र से आबिद रजा समाजवादी पार्टी के ही विधायक थे, जो सांसद धर्मेन्द्र यादव की आलोचना करने लगे थे, जिसके बाद उस समय के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आबिद रजा को पार्टी से निकाल दिया था, इस घटनाक्रम के बाद सपा के शीर्ष नेतृत्व में ही विवाद शुरू हो गया, तो सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा शिवपाल सिंह यादव सपा के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिए गये। बदले राजनैतिक हालातों में आबिद रजा शिवपाल सिंह यादव के गुट में चले गये।
सपा के नेतृत्व में दरार बढ़ी, तो सांसद धर्मेन्द्र यादव खुल कर अखिलेश यादव के पीछे खड़े हो गये। सूत्र तो यहाँ तक कहते हैं कि अखिलेश यादव के सबसे मजबूत सारथी धर्मेन्द्र यादव ही हैं, जिसकी भनक शिवपाल सिंह यादव को लगी, तो उन्होंने धर्मेन्द्र यादव के धुर-विरोधी आबिद रजा को ही प्रत्याशी घोषित कर दिया। यहाँ यह भी बता दें कि बुधवार को मुलायम सिंह यादव ने फखरे अहमद शोबी को प्रत्याशी घोषित कर दिया था।
अब सपा से अखिलेश यादव भी निकाले जा चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि 1 जनवरी को अखिलेश यादव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिए जायेंगे, जिसके बाद वे नये सिरे से प्रत्याशियों की घोषणा करेंगे। उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि उसहैत विधान सभा क्षेत्र से विधायक रह चुके मुस्लिम खां अखिलेश यादव के प्रत्याशी होंगे, इसकी घोषणा कभी भी की जा सकती है।
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