बदायूं जिले में किसानों के अधिकार जब्त कर लिए गये हैं। पुलिस-प्रशासन यदु सुगर मिल के साथ न सिर्फ खड़ा है बल्कि, किसानों पर कहर भी ढाने लगा है। पुलिस-प्रशासन ने गन्ने से भरे कई ट्रैक्टर-ट्रॉली कब्जे में ले लिए एवं गन्ना किसानों को दौड़ा दिया, साथ ही एक महिला सहित कई किसानों को भी हिरासत में ले लिया।
सनसनीखेज घटना मूसाझाग थाना क्षेत्र की नगर पंचायत गुलड़िया की है, यहाँ यदु सुगर मिल के सेंटर बने हैं लेकिन, रुपया न मिलने के कारण किसान गन्ना बेचने को तैयार नहीं हैं। किसानों को बेटे-बेटियों के विवाह करने हैं, गेहूं की बुआई के लिए खेत भी खाली करने हैं। किसानों को तत्काल रुपया चाहिए लेकिन, यदु सुगर मिल से रुपया मिलने की कोई उम्मीद तक नहीं है, जिससे किसान कम मूल्य में प्राइवेट सेंटर पर गन्ना बेचने को मजबूर हैं।
सरकारी मूल्य 325 रूपये प्रति कुंतल है लेकिन, प्राइवेट खरीददार 180 रुपया प्रति कुंतल की दर से खरीद रहे हैं। किसानों को रूपये की जरूरत है, जिससे वे प्राइवेट सेंटर पर नकद गन्ना बेच कर खुश हो जाते हैं पर, पुलिस-प्रशासन किसानों के पीछे ही पड़ गया है। यदु सुगर मिल पर शिकंजा कसने की जगह पुलिस-प्रशासन किसानों पर ही शिकंजा कस रहा है।
सुरेश पाल सिंह पटेल ने विरोध जताया तो, उन्हें हिरासत में ले लिया गया, उनसे मिलने आई उनकी बेटी किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य अर्चना पटेल, दामाद टिंकू पटेल के साथ दिव्यांग किसान कन्हीलाल को भी हिरासत में ले लिया, साथ ही कई ट्रैक्टर-ट्रॉली भी कब्जे में ले लिए हैं। पुलिस-प्रशासन ने मौके से किसानों को दौड़ा दिया, जिससे क्षेत्र के किसानों में रोष व्याप्त है। अर्चना पटेल ने पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये हैं।
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