बदायूं जिले के कद्दावर नेता व पूर्व दर्जा राज्यमंत्री आबिद रजा के मुस्लिम राजनैतिक जागरूकता अभियान को जिले भर में समर्थन मिल रहा है। आबिद रजा मुस्लिम समाज को जागरूक करने के लिए जिले में निरंतर तूफानी दौरे कर रहे हैं। राजनैतिक जागरूकता के साथ आबिद रजा युवाओं को धार्मिक दृष्टि से पाबंद रहने का भी आह्वान करते नजर आ रहे हैं।
आबिद रजा ने दर्जनों स्थानों पर जनसंपर्क किया, गोष्ठी और जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुसलमान युवा पाबन्दी से पांच वक्त नमाज पढ़ें। अल्लाह के प्रति बफादार रहेंगे तभी, कौम, समाज और देश के प्रति बफादार रह सकते हैं। आबिद रजा ने कहा कि शैक्षिक व आर्थिक रूप से मुसलमान पिछड़ रहे हैं, राजनैतिक अहमियत कम हो रही है, उसके जिम्मेदार कमजोर मुसलमान नेतृत्व हैं, जो अपने टिकट कटने के डर से, मंत्रिमंडल लिस्ट में अपना नाम कटने के डर से मुसलमानों की बात मजबूती से नहीं उठाते हैं, उन्होंने कहा जिसे तुम वोट नहीं देते हो, उससे तुम्हें कुछ भी मांगने का हक नहीं है लेकिन, जिसे तुम वोट देकर चुनाव जिताने का काम करते हो, उससे अपने वोट का हिसाब मांगना सीखो, उससे यह भी पूछना चाहिए कि मुसलमानों के इलाके में कितनी सड़कें बनवाईं, मुस्लिम शिक्षित नौजवानों को कितनी नौकरी दीं, कितने मुस्लिम बेरोजगारों को सरकारी ठेके दिए, कितने मुसलमानों को और सरकारी लाभ दिए। जब तुमने जिसे वोट दिया, उस नेता से हिसाब मांगना बंद कर दिया तब, नेता भी यह सोचते हैं कि मुसलमान एक बेवकूफ कौन है, इसका कोई काम मत करो तब भी यह कौम बिना कुछ करे ही जिंदाबाद का नारा लगाती है, जिस दिन तुम अपने वोट का हिसाब मांगना शुरू कर दोगे, तुम अपने वोट की हिस्सेदारी के हिसाब से अपनी भागीदारी मांगने लगोगे, उस दिन से ही नेता तुम्हारे काम भी करने लगेंगे और मुसलमान कौम की तरक्की भी होने लगी।
उन्होंने कहा कि लोकसभा में मुसलमानों की आवाज उठाने वाला आज कोई नहीं है, आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि पूरे उत्तर प्रदेश में लोकसभा से मुसलमानों की गिनती जीरो है और कोई भी मुस्लिम सांसद नहीं है, उन्होंने कहा आजादी के बाद केवल उन्हीं कौमों की तरक्की हुई है, जिन्होंने एकजुट होकर एक मजबूत वकील के हाथों में अपनी कमान सौंपी है। आज आप लोगों को भी एकजुट होना होगा, वोट देते वक्त अपनी कौम का अपना मजबूत वकील बनाओ, जो तुम्हारे हक की बात अपने सीनियर नेताओं के सामने पार्टी फोरम पर मजबूती से रख ले सके। तुम वोट देते वक्त कमजोर मुस्लिम वकील बनाते हो, जो नेताओं के सामने हाथ बांधे खड़े रहते हैं, आज जो मुसलमानों की हालत है, उसके जिम्मेदार कमजोर मुस्लिम नेता हैं। उन्होंने कहा यह मिशन मैं आपके हक के लिए चला रहा हूँ।
अंत में आबिद रजा ने मुसलमानों से मिशन के सभी बिंदुओं को समझाने के बाद यह भी पूछा कि अब आप बताओ कि यह मिशन चलाया जाए या, बंद कर दिया जाए तब, सभी बैठकों में मौजूद सभी मुसलमानों ने एक स्वर में मिशन चलाने को कहा, इस पर आबिद रजा ने आभार जताते हुए कहा कि इन बातों को आप आम मुसलमानों के बीच ले जायें, उन्होंने कहा अभी तो इस मिशन के तहत जनसंपर्क कर के बैठकें की जा रही हैं, इसके बाद हर विधानसभा क्षेत्र में जनसभाएं होंगी, उसके बाद जिला मुख्यालय पर एक बड़ी जनसभा होगी।
मुस्लिम समाज के लोगों ने आबिद रजा से मिशन को मजबूत करने का वादा किया, इस अवसर पर गाजी खान, चैयरमैन उमर कुरैशी, शब्बन खान, मंगल खान, सईद अंसारी, अनवर खान, वसीम खान, अबरार अहमद चेयरमैन, विकार, वसीम कुरैशी, इज्हार, तहजीब प्रधान, नईम शास्त्री, जावेद खान, छुट्टन कुरैशी, मोहम्मद हनीफ खान, लल्लन शाह, लियाकत फारुखी, यूनुस कुरैशी, इसरार खान और मोहम्मद जिलानी सहित तमाम गणमान्य मुस्लिम नेता मौजूद रहे।
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