बदायूं जिले की नगर पंचायत उसहैत में घोर लापरवाही का प्रकरण सामने आया है, यहाँ कान्हा पशु आश्रय योजना का टेंडर हुए लगभग छः महीने हो गये, लेकिन अभी तक कार्य शुरू नहीं हुआ है। लापरवाही के चलते संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी, साथ ही टेंडर प्रक्रिया पुनः होगी।
लावारिश गाय सड़क पर भटकती रहती हैं, जो घायल भी होती रहती हैं एवं मांस तस्कर भी पकड़ ले जाते हैं, साथ ही मौसम की मार से बचाने के लिए सरकार ने कान्हा पशु आश्रय योजना शुरू की है, इस योजना के अंतर्गत निकायों में गोशालायें बनवाई जा रही हैं। ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए सरकार ने समय से धन आवंटित कर दिया और समय से टेंडर निकलवा कर भवन बनवाने के निर्देश भी दे दिए, इस योजना के अंतर्गत 1 करोड़ 80 लाख रूपये दिए जा रहे हैं।
कान्हा पशु आश्रय योजना के लिए नगर पंचायत उसहैत को भी चुना गया है, यहाँ समय से टेंडर प्रक्रिया तो पूरी कर ली गई, लेकिन संबंधित स्थान पर ठेकेदार अभी तक झाँकने भी नहीं गया है, जबकि टेंडर लिए छः महीने होने जा रहे हैं। टेंडर मिलने के बाद 90 दिन के अंदर कार्य शुरू करना होता है। ठंड की शुरुआत होते ही हिंदूवादी संगठनों को भटकती लावारिश गाय को देख कर ध्यान आया कि उसहैत में भवन के निर्माण में ठेकेदार रूचि नहीं ले रहा है, तो कार्यकर्ताओं ने भाजपा के शीर्ष नेताओं को लापरवाही के संबंध में अवगत कराया।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा नेताओं ने ठेकेदार की लापरवाही को गंभीरता से लिया है। संबंधित अफसरों को निर्देश दिए गये हैं कि संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाये और टेंडर निरस्त कर पुनः ऐसे ठेकेदार को टेंडर दिया जाये, तो भवन जल्दी बना दे और गुणवत्ता का भी ध्यान रखे।
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