बदायूं जिले की एक लड़की की एक स्वार्थी सिपाही के चलते शादी टूट गई है। दहेज की हवस विकराल होने के बाद शादी से बीस दिन पहले सिपाही ने रिश्ता तोड़ दिया, जिससे लड़की और उसके परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा भी तार-तार हो रही है, साथ ही सिपाही 12 लाख रुपया हड़पे बैठा है, जो वापस नहीं कर रहा है।
कस्बा उझानी निवासी एक व्यक्ति ने अपनी बेटी का रिश्ता मुरादाबाद जिले के कस्बा बिलारी निवासी योगेश कश्यप के साथ 11 नवंबर 2019 को तय किया था, इस दिन लड़की के पिता ने योगेश को तिलक कर के सोने की चेन और अंगूठी दी थी। योगेश उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही है और फिलहाल शामली जिले में तैनात बताया जा रहा है। 13 फरवरी 2020 को एक समारोह आयोजित कर सगाई की रस्म हुई थी, जिसमें कार खरीदने के लिए लड़की के पिता ने 7 लाख रूपये नकद दिए एवं परिजनों को कपड़े और गहने आदि पर तीन लाख रूपये और खर्च हुए थे। सगाई के बाद 15 अप्रैल 2020 शादी की तिथि तय हो गई।
लड़की के पिता ने बारात घर व हलवाई वगैरह बुक कर दिए एवं रिश्तेदारों व परिचितों में कार्ड बांटने शुरू कर दिए, इस बीच योगेश और उसके परिवार की दहेज की हवस और बढ़ गई। आरोप है कि बिलारी में प्लॉट मांगने लगे। लड़की के पिता ने असमर्थता जताई, साथ ही यह कहा कि उसका उझानी में एक प्लॉट है, जिसे वह दे देगा, आप शादी की तैयारी करिये, इसके बाद योगेश के परिजन उझानी का प्लॉट बेच कर बिलारी में खरीद कर देने का दबाव बनाने लगे। पीड़ित ने प्लॉट बेचने का प्रयास शुरू कर दिया पर, सही खरीददार न मिलने के कारण देरी होने लगी, जिससे योगेश ने यह कहते हुए रिश्ता तोड़ दिया कि वह लड़की से उम्र में दस साल बड़ा है, उसने यह बात पहले छुपा ली थी पर, अब बता रहा है। उम्र में ज्यादा अंतर होने के कारण वह जल्दी मर जायेगा और वह उस समय जवान होगी, इसके अलावा परिजनों ने घर पर आकर अभद्रता भी की एवं मोहल्ले में खड़े होकर इस आशय से बवाल किया कि लड़की और उसके परिवार की छवि खराब हो जाये।
योगेश ने अपनी ओर से दहेज की भूख बढ़ने के कारण रिश्ता तोड़ा, इसके बावजूद पूर्व में ले चुका दहेज वापस नहीं किया। लड़की और उसके पिता ने रिश्ता न तोड़ने की तमाम मिन्नतें की लेकिन, योगेश पर कोई असर नहीं हुआ और न ही दहेज की रकम व गहने लौटाये। थकहार कर पीड़ित पिता ने कोतवाली उझानी में तहरीर दी लेकिन, विभागीय प्रकरण होने के कारण दहेज के दानव का पुलिस बचाव करती नजर आ रही है। कोरोना वायरस के चलते अनपढ़ वर्ग की भी सोच बदल गई है लेकिन, न सिर्फ पढ़े-लिखे बल्कि, सिपाही की सोच नहीं बदल रही, वह आज भी पढ़ी-लिखी, सुंदर और सुशील लड़की की जगह दहेज को वरीयता दे रहा है। पीड़ित पिता ने एसएसपी से मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कराने की गुहार लगाई है।
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