बदायूं जिले में महिलाओं की हालत 17वीं सदी जैसी नजर आ रही है। हर आयु वर्ग की महिलाओं को जिले भर में दरिंदे शिकार बना रहे हैं, उनका यौन उत्पीड़न कर रहे हैं, वहीं माता-पिता भी जानवरों सा बर्ताव करते नजर आ रहे हैं। निर्दयी बाप की जिद के चलते बड़ी बेटी ने आत्म हत्या कर ली, तो घटना को निर्दयी बाप ऐसे दबा गया, जैसे कुछ हुआ ही नहीं है, साथ ही निर्दयी बाप अब छोटी बेटी के पीछे पड़ गया है, जो हर पल बड़ी बहन की ही तरह मौत की ओर निरंतर बढ़ रही है।
दिल दहला देने वाली वारदात सदर कोतवाली क्षेत्र की है। बताते हैं कि मोहल्ला सैय्यदबाड़ा में पंजाबी मंदिर के आस-पास एक प्रतिष्ठित ब्राह्मण परिवार रहता है, जिसका मुखिया मोबाइल की एक निजी कंपनी में काम करता है, इसने अपनी बड़ी बेटी का रिश्ता जिला शाहजहाँपुर में पक्का कर दिया। विवाह की तिथि 11 फरवरी निश्चित हो गई, तो लड़की और लड़के के बीच में फोन पर बात होने लगी। बताते हैं कि लड़का फोन पर लड़की से बदतमीजी से बात करता था, उसे सम्मान नहीं देता था, अभद्रता भी करता था, इस पर लड़की ने अपनी माँ को बताया कि लड़का उसके साथ दुर्व्यवहार कर रहा है और शादी के बाद निश्चित ही प्रताड़ित करेगा, इसलिए उसका रिश्ता तोड़ दें, वह उस बदतमीज लड़के से शादी नहीं करेगी। माँ ने पिता को बताया, पर पिता ने लड़की की बात को गंभीरता से नहीं लिया और स्पष्ट कह दिया कि अब कुछ नहीं हो सकता, शादी वहीं होगी, इसके बाद 5 जनवरी की रात में वह किसी समय गायब हो गई, सुबह उसका एक पत्र मिला, जिसकी भाषा शैली से लग रहा है कि लड़की ने आत्म हत्या कर ली है।
पत्र पढ़ने पर माँ और छोटी बहन के होश उड़ गये, विलाप करने लगीं, लेकिन निर्दयी बाप ने दोनों को शांत करा दिया। घटना को पूरी तरह दबा दिया और नया फरमान सुना दिया कि उसके मरने की कोई कहीं चर्चा नहीं करेगा, वह मर गई, तो उसे मर जाने दो, उसकी जगह छोटी बेटी की शादी होगी और उसी तिथि पर होगी, यह सुन कर छोटी बेटी के पैरों तले की जमीन खिसक गई।
बताया जा रहा है कि छोटी बेटी बेहद बुरी अवस्था में है, वह बहन के गम में टूट चुकी है, साथ ही उसी बदतमीज लड़के से शादी करने को लेकर और ज्यादा परेशान है, जिसके कारण बहन ने जान दे दी। उक्त प्रकरण में कोई सामने आने को तैयार नहीं है। पीड़ित लड़की पुलिस के पास पिता के विरुद्ध नहीं जा सकती, क्योंकि शिकायत के बाद वह कहां जायेगी, साथ ही बहन मर गई और पिता जेल चला जाये, तो भी परिवार ही तबाह होगा, इसलिए वह सिर्फ यह चाहती है कि उसका विवाह बदतमीज लड़के से न किया जाये, लेकिन सवाल यह है कि लड़की की मदद कौन करेगा?
उक्त प्रकरण में पुलिस को स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी होगी, क्योंकि सिर्फ लड़की के विवाह की बात नहीं है। उक्त प्रकरण में एक मौत भी हो चुकी है, अथवा लड़की गायब है। लड़की मर गई, तो उसकी लाश का क्या हुआ और गायब है, तो कहां है? सवाल यह भी है कि बेटी के गायब होने, अथवा मरने की पिता ने पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी? प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, वरना एक और मौत कभी भी हो सकती है।
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