बदायूं के जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह जिले की राशन वितरण प्रणाली दुरुस्त करने में जुटे हैं, इसके लिए वे व्यक्तिगत रूप से कड़ी मेहनत कर रहे हैं, टीम गठित कर छापा डलवा रहे हैं, लेकिन कुछेक नेता व्यवस्था को निरंतर खराब कर रहे हैं। माफिया सत्ताधारी नेताओं की शरण में पहुंच गये हैं, जिससे तमाम स्थानों पर अभी भी गरीबों की कोई सुनने को तैयार नहीं है।
ताजा प्रकरण उसावां विकास क्षेत्र के गाँव बची झझरऊ का है, यहाँ के राशन विक्रेता के विरुद्ध कार्रवाई होने के बाद दुकान पड़ोसी गाँव से संबंध कर दी गई। पड़ोसी गाँव का राशन डीलर पात्रों को कुछ नहीं देता, महीनों से पात्र परेशान हैं, इस बीच दुकान आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू होती है, लेकिन बैठक वाले दिन अचानक से बैठक निरस्त कर दी जाती है। अब तक आठ-नौ बार एजेंडा निकाला जा चुका है, लेकिन निर्धारित तिथि के दिन बैठक निरस्त कर दी जाती है। बताते हैं कि एक सत्ताधारी नेता के दबाव में ऐसा हो रहा है। नेता की मंशा है कि खुली बैठक के बिना ही वह अपने चहेते को दुकान आवंटित करा दे, लेकिन इसके लिए एसडीएम तैयार नहीं हैं, जिससे दुकान का आवंटन लटका हुआ है, इसका दुष्परिणाम गरीब झेल रहे हैं।
बता दें कि दिनेश कुमार सिंह ने जिलाधिकारी के रूप में कार्यभार ग्रहण करते ही राशन वितरण प्रणाली को दुरुस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। कुछेक नेता राशन डीलरों से रूपये ले रहे थे, जिससे डीलर खाद्यान्न खुलेआम डकार रहे थे, पर यह सब गोरखधंधा डीएम ने बंद करा दिया। केरोसिन डिपो पर भी डीएम ने शिकंजा कस दिया है, यहाँ भी वे छापेमारी करा रहे हैं, इसके बावजूद कुछेक गांवों में अभी हालात नहीं सुधर पा रहे हैं।
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