बदायूं जिले में एक अफसर ऐसा है, जिसकी कार्य प्रणाली से उसके वरिष्ठ अफसर और आम जनता बेहद खुश है लेकिन, कर्तव्य निष्ठ होते हुए भी अफसर नेता को खुश नहीं रख पाया, सो बेहतरीन कार्य करने के बावजूद नुकसान कर दिया गया। वरिष्ठ अफसर और आम जनता दुखी हैं लेकिन, कोई कुछ नहीं कर पा रहा है।
भारतीय लोकतंत्र में आम जनता को ही स्वामी माना गया है, सभी आम जनता के सेवक हैं, इसी सिद्धांत पर चलते हुए इंस्पेक्टर हरिभान सिंह रात-दिन आम जनता की सेवा करने में जुटे हुए थे। कहा जाता है कि हरिभान सिंह जहां भी तैनात रहते हैं, वहां आपराधिक वारदातों में गिरावट आ जाती है। मुकदमों का खुलासा करने के लिए उन्हें विशेष रूप से जाना जाता है। बेहतरीन कार्य करने के लिए उन्हें पुरस्कृत किया जाता रहा है।
सूत्रों का कहना है कि उसावां क्षेत्र में यौन उत्पीड़न की एक वारदात हुई थी, जिसका नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया। एसओ ने जाँच की तो, आरोप की पुष्टि हुई, उन्होंने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एक पॉवर फुल नेता ने आरोपी को छोड़ने का दबाव बनाया तो, मना कर दिया गया। बात वरिष्ठ अफसरों तक पहुंची तो, हरिभान सिंह ने नामजद आरोपी के संबंध में अफसरों के सामने तथ्य रख दिए। आरोपी की गिरफ्तारी सही होने के चलते अफसरों ने भी छोड़ने का दबाव नहीं बनाया और आरोपी को जेल भेज दिया गया।
पूरे घटना क्रम की पुष्टि कोई नहीं कर रहा है लेकिन, बताया जा रहा है कि हरिभान सिंह को पॉवर फुल नेता ने लखनऊ स्तर से दबाव डलवा कर लाइन हाजिर करा दिया। सूत्रों का कहना है कि उक्त कार्रवाई 19 जुलाई को ही कर दी गई थी लेकिन, कार्रवाई को गोपनीय रखा गया। उक्त कार्रवाई विभाग में चर्चा का विषय बनी हुई और सही कार्य करने वालों का मनोबल गिरा है। दुनिया तेजी से बदल रही है लेकिन, भारतीय नेता पुलिस अफसरों से आज भी यह चाहते हैं कि वे उनके पैर दबायें, उनके इशारों पर चलें, इस सोच से नेताओं को अब बाहर आना चाहिए।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)