बदायूं जिले में पुलिस लापरवाह है, वहीं रोडवेज कर्मियों में मानवता ही नहीं है। जहरखुरान गिरोह के शिकार यात्री को रोडवेज कर्मी सड़क पर फेंक गये, वहीं पुलिस ने सड़क पर पड़े यात्री के बारे में कुछ नहीं किया। राहगीर भी व्यवस्था को दिन भर कोसते रहे।
दिल्ली रोड पर बुलंदशहर के आस-पास जहरखुरान गिरोह का वर्षों से आतंक है। गिरोह यात्रियों को कुछ खिला कर एवं सुंघा कर नकदी और माल ले जाता है। परिवार से दूर रह कर रात-दिन कड़ी मेहनत से कमाई करने के बाद लाखों सपनों के साथ लोग घर लौट रहे होते हैं, इस बीच उनके परिवार में भी दिवाली सा हर्ष हो रहा होता है। पत्नी, बच्चे और माता-पिता महीनों से इंतजार कर रहे होते हैं लेकिन, जहरखुरान गिरोह पूरे परिवार के सपने ही ले उड़ता है। क्षण भर में महीनों की कमाई लूट कर परिवार को गिरोह बर्बाद कर देता है लेकिन, इस गंभीर समस्या को लेकर पुलिस और सरकार गंभीर नजर नहीं आ रही। वर्षों से यात्री लुट रहे हैं लेकिन, पुलिस और सरकार गिरोह के विरुद्ध स्पेशल ऑपरेशन नहीं चला रही।
चौंकाने वाली बात यह है कि घटनाओं के बाद बेहोश यात्रियों के साथ पुलिस और रोडवेज कर्मी अमानवीय व्यवहार करते हैं। रोडवेज कर्मियों से पुलिस सवाल करती है, इसलिए वे सूनसान स्थानों पर बेहोश यात्री को फेंक जाते हैं। उपचार न मिलने पर कई बार यात्रियों की मौत भी हो जाती है। आज लाबेला चौक पर रोडवेज कर्मी बेहोश यात्री को फेंक गये। बीच सड़क पर यात्री कई घंटे पड़ा रहा, कुछेक लोगों ने उसके ऊपर पानी डाल दिया लेकिन, पुलिस को भनक नहीं लगी। राहगीर व्यवस्था को कोसते रहे पर, किसी ने यात्री को अस्पताल तक पहुँचाने में मदद नहीं की।
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