बदायूं शहर में गंदगी, जलभराव और पेयजल की समस्या निरंतर बढ़ती जा रही है। लोगों को उम्मीद थी कि दीपावली के अवसर पर अभियान चला कर समस्याओं का समाधान करा दिया जायेगा लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ, जिससे लोगों का धैर्य टूटता नजर आ रहा है।
शहर के हालात निरंतर खराब हो रहे हैं। अति व्यस्त क्षेत्रों में भी नियमित सफाई नहीं हो रही है। इंद्रा चौक से शहर की ओर आने वाला रास्ता हमेशा क्लीन रहता था लेकिन, भाजपा का शासन आने के बाद से इस रास्ते पर भी जगह-जगह कूड़ा जमा होने लगा है। को-ऑपरेटिव बैंक के सामने स्थाई डलाव घर बन गया है। लाबेला चौक गंदगी से बज-बजा रहा है, इसी तरह मुख्य बाजार में भी नियमित सफाई नहीं हो रही है। मुस्लिम मोहल्ले तो नर्क के रूप में परिवर्तित होते जा रहे हैं। मुस्लिम मोहल्लों में कूड़ा उठाया ही नहीं जाता है। कभी-कभार ट्रैक्टर-ट्रॉली रास्ते से गुजरते हैं, उसी समय कर्मचारी द्वारा आवाज लगा दी जाती है कि जिसे कूड़ा डालना हो, वह ट्रॉली में डाल दे, ऐसे दोहरे व्यवहार के चलते ही मुस्लिम नागरिक समाजवादी पार्टी की सरकार के कार्यकाल को याद कर रहे हैं, जबकि उन्हें यह अहसास कराना चाहिए था कि भाजपा मुस्लिमों से भेद नहीं करती है।
खैर, बदायूं में मुस्लिम मोहल्लों से भेद न माना जाये, क्योंकि हिंदू मोहल्लों की हालत मुस्लिम मोहल्लों सी ही है, इस मामले में भाजपा समान व्यवहार करती नजर आ रही है। हिंदू मोहल्लों में भी जलभराव, गंदगी और पेयजल की समस्या बढ़ती ही जा रही है। लोगों को उम्मीद थी कि दीपावली के अवसर पर अभियान चला कर पालिका शहर के हालात सही कर देगी पर, ऐसा कुछ नहीं हुआ। दीपावली पर भी सुधार नहीं हुआ, जिससे लोगों का धैर्य जवाब देने लगा है। वाट्सएप और फेसबुक पर लोग पालिका के विरुद्ध आवाज बुलंद करते नजर आ रहे हैं लेकिन, प्रशासनिक अफसर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)