बदायूं शहर में लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी इसलिए हारी कि यहाँ पेड़ों के रूप में खुलेआम वोट काटे गये हैं। सफाई न होने से वोट गंदगी के नीचे दब गये लेकिन, ग्रामीण क्षेत्र ने लाज बचा दी, इसलिए कोई ध्यान ही नहीं दे रहा है। हालात नहीं सुधरे तो, शहर के जागरूक लोग आने वाले दिनों में भाजपा की और भी बुरी दुर्गति कर सकते हैं।
पढ़ें: शहर में धर्मेन्द्र ने संघमित्रा को पछाड़ दिया, महेश गुप्ता ने बचा दी लाज
शहर में पहले से ही अपेक्षा से कम पेड़ थे। पौधे लगा कर शहर को हरा-भरा करने की जगह जो चुनिंदा पेड़ थे, उन पर भी दिनदहाड़े कुल्हाड़ी चलवा दी गई। कुल्हाड़ी चलते देख शहर के लोगों की ऑंखें भर आती थीं लेकिन, सत्ता की दहशत में किसी के मुंह से खुल कर उफ तक नहीं निकली। जो सामने आकर खड़ा नहीं हो सकता, वह लोकतंत्र में वोट की असली ताकत का ही प्रयोग करता है, सो चुनाव में सबने अपने गुस्से का इजहार कर दिया और भाजपा हार गई।
रोडवेज बस अड्डे के गेट पर बहुत पुराना पेड़ था, जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिलती थी, इस पेड़ पर भी महारानी के कसाईयों की नजर पड़ गई। पेड़ उजाड़ दिया। सवाल यह है कि पेड़ से समस्या क्या थी? अगर, पेड़ रास्ते में वाधक था तो, छः महीने बाद भी पेड़ की जड़ खड़ी नजर आ रही है, जिससे अतिक्रमण तो बरकरार ही है। सवाल उठता है कि फिर क्यों काट दिया पेड़? जवाब देने वाला कोई नहीं है, इसलिए इसे सिर्फ महारानी की सनक ही माना जा रहा है।
इसी तरह सफाई की अव्यवस्था, नालियां साफ नहीं होतीं, सड़कों पर झाडू नहीं लगती, पेयजल बड़ी समस्या पहले दिन से ही बनी हुई है। कोई सवाल कर भी दे तो, महारानी और उनके कुँवर का जवाब होता है कि आगे से वोट मत देना। हम लोग ऐसे ही काम करेंगे, इस तरह जवाब को लेकर कई जगह तीखी नोंक-झोंक भी होती रहती है।
कुल मिला कर पेड़ नहीं बल्कि, वोट काटे गये थे। महारानी का अहंकार इतना बड़ा हो गया है कि उनकी नजर में शहर के लोग कीड़े-मकोड़ों से बदतर हैं, जबकि महारानी पैदाइशी महारानी नहीं हैं। दो वर्ष पहले तक आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी, कार के लॉन की किश्त तक नहीं जा पाती थी लेकिन, छोटी बुद्धि के लोग बुरे दिन सपने की तरह ही भूल जाते हैं, उनसे सबक नहीं लेते पर, आम आदमी कुछ नहीं भूलता, उसे सब याद रहता है। आम आदमी ने लोकसभा चुनाव में सब याद रखा, वैसे ही आगे भी नहीं भूलेगा।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)