बदायूं लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेन्द्र यादव हर क्षेत्र में हमेशा एक कदम आगे चलने का प्रयास करते हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर राजनैतिक दलों में अभी सरगर्मी भी शुरू नहीं हुई है लेकिन, धर्मेन्द्र यादव ने समय से पहले ही ऐसा सुरक्षा घेरा बनाना शुरू कर दिया है, जिसे भेद पाना नामुमकिन हो।
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यूं तो धर्मेन्द्र यादव प्रेम के प्रतीक बन गये हैं, क्योंकि वे जोड़ने की बात करते हैं, वे विकास की बात करते हैं, वे आगे बढ़ने और बढ़ाने की बात करते हैं। धर्मेन्द्र यादव ने कभी निचले स्तर के लोगों का शोषण नहीं होने दिया, उन्होंने कभी किसी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने और गिरफ्तार करने को नहीं कहा, उन्होंने कभी पुलिस को निरंकुश नहीं होने दिया। समाजवादी पार्टी की सरकार में अधिकांश अफसर उनके चहेते थे लेकिन, एक भी अफसर आम जनता का शोषण करने को स्वतंत्र नहीं था। कभी किसी ने उनसे ऊपर जाकर आम जनता का शोषण करने का प्रयास किया और प्रकरण उनके संज्ञान में पहुंचा तो, उस अफसर को उन्होंने जिले से बाहर फेंकवाने में देर नहीं की। जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक रहे रामरक्षपाल यादव सटीक उदाहरण हैं, जिन्हें धर्मेन्द्र यादव ने चेतावनी देकर हटवाया था, इसीलिए धर्मेन्द्र यादव आम जनता के दिलों में उतरे हुए हैं, उनकी जमीनी स्तर पर बेहद मजबूत पकड़ है, जिसे भाजपा भी लिखित में स्वीकार कर चुकी है।
इस सबके बावजूद चुनाव के अलग तरह के हथकंडे होते हैं। चुनाव में मतदाताओं को अफवाहों से भ्रमित करने का प्रयास किया जाता है। प्रलोभन देकर मतदाताओं को तोड़ने का प्रयास किया जाता है। जाति और धर्म के नाम पर मतदाताओं को बांटने का प्रयास किया जाता है। हालाँकि यह सब पिछले लोकसभा चुनाव में भी किया गया था लेकिन, धर्मेन्द्र यादव की मजबूत पकड़ को मोदी नाम की सुनामी 2014 के चुनाव में ढीली भी नहीं कर पाई और वे पहले की तुलना में ज्यादा बड़े अंतर से जीते थे।
सब कुछ सकारात्मक होते हुए भी धर्मेन्द्र यादव निरंतर इस तरह मेहनत करते रहते हैं, जैसे वे अभी-अभी राजनीति में आये हों और स्थापित होने का प्रयास कर रहे हों। चुनाव को भी वे इस गंभीरता से लेते हैं, जैसे उनका पहला चुनाव है। अगले चुनाव को लेकर भी वे उतने ही गंभीर हैं, जितने गंभीर पहले चुनाव को लेकर थे, उनके अंदर यह अहंकार बिल्कुल नहीं दिखता कि वे तो जीत ही जायेंगे। धर्मेन्द्र यादव 2019 से पहले ही इतना मजबूत सुरक्षा घेरा बना लेता चाहते हैं, जिसे भेद पाना नामुमकिन हो, इसी क्रम में वे गोपनीय तरीके से मजबूत रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं।
मंगलवार को यादव समाज के मजबूत स्तंभों के साथ चर्चा की और बुधवार को मुस्लिम समाज के असरदार नेताओं के साथ रणनीति बनाई, इस तरह की जातिवार बैठकें आयोजित कर वे मनोदशा महसूस करने का प्रयास कर रहे हैं, आने वाले समय में वे ऐसी और भी बैठकें करेंगे, साथ ही मजबूत लोगों को पार्टी से जोड़ने में भी जुटे हुए हैं। हालाँकि विकास को प्राथमिकता देने वाला बहुत बड़ा वर्ग उनके साथ पहले से ही जुड़ा हुआ है, फिर भी कुछ चुनिंदा लोग बचे हैं, वे उन्हें समाजवादी पार्टी में लाने का प्रयास कर रहे हैं। माना जा रहा हैं कि आने वाले दिनों में विभिन्न दलों के प्रभावशाली नेता समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे।
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