बदायूं लोकसभा क्षेत्र को भारतीय जनता पार्टी का हाईकमान बेहद गंभीरता से ले रहा है। जिसकी भी मेहनत में कमी दिखाई दी, उसे संगठन निश्चित ही किनारे कर देगा। संगठन मंत्री भवानी सिंह की पैनी नजर बनी हुई है, वहीं कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के भी सब कुछ संज्ञान में है, जिससे हर बात हाईकमान तक सीधी पहुंच रही है।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल आये थे और चुनाव जीतने का सूत्र देकर गये थे एवं सभी से कड़ी मेहनत करने का आह्वान भी किया था। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य को भाजपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिया तो, किसी ने विरोध नहीं किया, सब एकजुटता से जुट गये पर, कुछेक जनप्रतिनिधियों में उत्साह की कमी दिखाई दी। कई जनप्रतिनिधि सरकार बनने के बाद जनता से पूरी तरह दूर हो गये हैं, उनके साथ जगह-जगह अभद्रता भी होती देखी गई, इसीलिए शाही अंदाज में रहने वाले जनप्रतिनिधि प्रचार अभियान में जाने से बचने लगे।
जनप्रतिनिधि गांवों में नहीं जा रहे है, जिससे आम जनता के बीच संदेश सही नहीं जा रहा, साथ ही कई तरह की अफवाहें भी फैलने लगी हैं। बात हाईकमान तक भी पहुंच गई है। तीन दिन पहले समन्वय समिति ने बैठक कर हालात परखे थे, जिसकी आख्या को हाईकमान ने गंभीरता से लिया है। अब प्रांतीय संगठन मंत्री सुनील बंसल स्वयं आ रहे हैं। बुधवार को पार्टी कार्यालय पर प्रमुख पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक करेंगे।
भाजपा प्रत्याशी के हित में कौन कितनी मेहनत कर रहा है, यह सब सुनील बंसल के संज्ञान में पहले से है, इसलिए माना जा रहा है कि लापरवाह और सुस्त पदाधिकारियों को वे चुस्त कर सकते हैं, साथ ही न सुधरने पर चेतावनी भी दे सकते हैं। सिर्फ मंचों तक सीमित रहने वाले नेताओं की नींद उड़ी हुई है। सुनील बंसल क्या करेंगे, इस बारे में अभी कयास लगाने सही नहीं रहेंगे पर, बैठक को लेकर हड़कंप मचा हुआ है।
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