उच्च शिक्षित दबंग महिला हैं संघमित्रा मौर्य, मुलायम सिंह से भिड़ चुकी हैं

उच्च शिक्षित दबंग महिला हैं संघमित्रा मौर्य, मुलायम सिंह से भिड़ चुकी हैं

बदायूं लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी ने संघमित्रा मौर्य को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। संघमित्रा के बारे में हर कोई जानना चाहता हैं, वे कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं, वे इस बार धर्मेन्द्र यादव को चुनौती देंगी, इससे वर्ष- 2014 के चुनाव में मुलायम सिंह यादव को चुनौती दे चुकी हैं।

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पिछ्ला चुनाव संघमित्रा मौर्य ने मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से बसपा प्रत्याशी के रूप में लड़ा था। मैनपुरी में वे आक्रामक अंदाज में सक्रिय हुई थीं। उन्होंने मुलायम सिंह यादव पर सीधा हमला बोला था। 28 अक्टूबर 2012 को छोटे क्रिश्चियन मैदान में संघमित्रा मौर्य को बसपा प्रत्याशी बनाने की घोषणा हुई थी, इस दौरान उन्होंने विवावित टिप्पणी करते हुए कहा था कि मुलायम सिंह भैंस चराओ, आने वाले लोकसभा चुनाव के बाद मुलायम सिंह यादव को भैंस चराने लायक बना दूंगी, इस रैली में पिता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी जोरदार हमला बोला था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने मुलायम सिंह यादव को गुंडों का सरगना कहा था, साथ ही अन्य आपत्तिजनक और जातिगत शब्दों का प्रयोग किया था। प्रकरण में मुकदमा भी दर्ज हुआ था, जिस पर बाद में उच्च न्यायालय से स्टे मिल गया था।

संघमित्रा मौर्य के आक्रामक अंदाज के कारण ही मुलायम सिंह यादव को मैनपुरी के साथ आजमगढ़ से भी लड़ना पड़ा था। हालाँकि मुलायम सिंह यादव दोनों स्थानों से जीत गये थे। मैनपुरी से मुलायम को 595918 और भाजपा के शत्रुध्न सिंह चौहान को 231252 वोट मिले थे। संघमित्रा 142833 वोट पाकर चौथे स्थान पर रही थीं, इससे पहले संघमित्रा 2012 में कासगंज क्षेत्र से बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं लेकिन, सफलता नहीं मिली थी, इसी चुनाव में ऊंचाहार क्षेत्र से भाई उत्कृष्ट भी चुनाव हार गये थे। राजनैतिक जमीन तैयार करने में संघमित्रा को सफलता नहीं मिल पा रही है, इसी क्रम में वे अब बदायूं आई हैं।

खैर, संघमित्रा मौर्य एमबीबीएस हैं, उनके पास करोड़ों की चल-अचल संपत्ति है, वे वाहनों की शौकीन हैं, स्कूटी से लेकर फॉर्च्यूनर तक की मालकिन हैं, उनके पास रिवाल्वर और रायफल भी है। मोदी पर लिखी एक किताब “मोदित्व के मायने” की सह-लेखक भी हैं। बौद्ध धर्म की अनुयायी हैं, ऐसे में भाजपा में सामजंस्य बैठा पाना आसान नहीं हो रहा होगा, क्योंकि पिता-पुत्री हिंदू परंपराओं के आलोचक रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य तो हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना भी कर चुके हैं।

बेटी ने मोदी पर किताब लिखी है लेकिन, 9 मार्च 2014 को मैनपुरी के करहल में स्वामी प्रसाद मौर्य ने नरेन्द्र मोदी और मुलायम सिंह को हत्यारा तक बता दिया था। उन्होंने कहा था कि दोनों के ही हाथ खून से सने हुए हैं पर, राजनीति में विचार और भाषा बदलती रहती है, अब दोनों समर्पित भाजपाई हैं, भाजपाई उन्हें कितना भाजपाई मानते हैं, इसका खुलासा भविष्य में ही हो सकेगा।

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