बदायूं जिले के तेजतर्रार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने रिश्वतखोर चौकी प्रभारी को निलंबित कर मुकदमा दर्ज करा दिया। विवेचना भ्रष्टाचार निरोधक इकाई बरेली द्वारा की जायेगी। विवेचना के दौरान जो साक्ष्य सामने आयेंगे, उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि इस्लामनगर थाना क्षेत्र में स्थित नूरपुर पिनौनी निवासी भूरे लाल दीक्षित का कहना है कि खेत की नाली पर पानी निकासी को लेकर परिजनों ने आपत्ति जताई थी और नूरपुर पिनौनी पुलिस चौकी पर शिकायत कर दी थी। लेखपाल को बुलाकर सच्चाई जानने की जगह चौकी प्रभारी लक्ष्मण सिंह दो सिपाहियों के साथ खेत पर पहुंच गये थे और उसको गरिया आये थे। बाद में पुलिस चौकी में लिखित में फैसला हुआ था, जिसमें पानी की निकासी बंद न करने का निर्णय हुआ पर, फैसले की प्रति भूरे लाल को नहीं दी।
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आरोप है कि उक्त लोगों ने लक्ष्मण सिंह की शह पर गुरूवार को पुनः झगड़ा शुरू कर दिया तो, भूरे लाल चौकी पर गया, इस दौरान दरोगा लक्ष्मण सिंह ने कहा कि रूपये दिये नहीं हैं, फैसला लागू कैसे करा दूँ। लक्ष्मण सिंह ने एक हजार रूपये मांगे। भूरे लाल दवा लेने जा रहा था, वही तीन सौ रूपये जेब में थे, जो उन्हें दे दिये और सात सौ रूपये देने का लक्ष्मण सिंह ने वादा ले लिया।
आरोप है कि चौकी प्रभारी लक्ष्मण सिंह शनिवार को ही घर पर आ गये और बकाया रिश्वत के रूपये मांगने लगे। उसने कहा कि वह रूपये का इंतजाम कर रहा है तो, वह बोले शाम तक रूपये नहीं दिये तो, वह उसे जेल भेज देगा। चौकी प्रभारी लक्ष्मण सिंह की धमकी से पीड़ित और उसका परिवार डर गया, इस बीच भूरे लाल से लक्ष्मण सिंह द्वारा ली गई रिश्वत का वीडियो गौतम संदेश ने प्रकाशित कर दिया, वहीं पीड़ित भूरे लाल ने एसएसपी व डीएम से लक्ष्मण सिंह के विरूद्ध तत्काल कड़ी कार्यवाई करने की मांग की।
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प्रकरण संज्ञान में आते ही तेजतर्रार एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने रिश्वतखोर चौकी प्रभारी लक्ष्मण सिंह को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया एवं अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) को जांच सौंप दी। मंगलवार को एएसपी (आरए) नूरपुर पिनौनी में जांच करने पहुंचे, इस दौरान लक्ष्मण सिंह से निजी स्वार्थ पूरे करने वालों का हुजूम जुट गया और एएसपी (आरए) से लक्ष्मण सिंह की प्रशंसा करने लगा। बताते हैं कि लक्ष्मण सिंह ने दर्जन भर लोगों को बड़ा लाभ पहुंचाया है। एक निजी आढ़त पर बैठ कर लक्ष्मण सिंह किसानों का खुलेआम शोषण कराते थे। एक आढ़तिया ने लॉक डाउन के दौरान 16 सौ रूपये प्रति कुंतल की दर से गेहूं खरीदे हैं, इसके परिवार में 35 लोग हैं एवं कई नौकर हैं, इसी परिवार ने हंगामा किया था और पुलिस के सामने ही सोशल डिस्टेंस की धज्जियाँ उड़ाई थीं।
अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) डॉ. सुरेन्द्र सिंह अनुभवी हैं, वे पल भर में सब समझ गये। उन्होंने जांच आख्या एसएसपी को सौंप दी, जिसके आधार पर तेजतर्रार एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने रिश्वतखोर चौकी प्रभारी लक्ष्मण सिंह को निलंबित कर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया। थाना इस्लामनगर में मुकदमा दर्ज हो गया है। विवेचना भ्रष्टाचार निरोधक इकाई बरेली द्वारा की जायेगी। विवेचना में जो साक्ष्य मिलेंगे, उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।
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