बदायूं जिले के थाना इस्लामनगर में तैनात थानाध्यक्ष नरेश माथुर गुरुवार को थाने से अभियुक्त के फरार होने जैसी घटना नकार रहे थे। पिता को हिरासत में लेने के कारण शुक्रवार को फरार अभियुक्त स्वयं पुलिस के पास आ गया, तो उसे हिरासत में लेकर आज जेल भेज दिया, जिससे एसओ के झूठ का खुलासा स्वतः ही हो गया।
उल्लेखनीय है कि इस्लामनगर थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी नूरपुर पिनौनी पर तैनात इन्द्रेश कुमार सिंह ने मौसमपुर मार्ग पर बुधवार शाम तीन बाइक सवारों का निरीक्षण किया था, जिनमें से एक युवक के पास तमंचा भी बरामद हुआ। सब-इंस्पेक्टर इन्द्रेश कुमार सिंह ने तीनों युवकों को बाइक व तमंचे सहित हिरासत में ले लिया और थाना इस्लामनगर भेज दिया। बताते हैं कि एसओ नरेश माथुर ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की जगह तीनों युवकों से मोल-भाव शुरू कर दिया। अभियुक्त होने के बावजूद तीनों को हवालात में भी बंद नहीं किया।
अभियुक्त थाना परिसर में खुलेआम घूमते रहे, जिससे गुरूवार सुबह किसी समय जिस युवक से तमंचा बरामद हुआ था, वह भाग गया। पुलिस को अभियुक्त के भागने की भनक लगी, तो हड़कंप मच गया। बात थाने से बाहर निकली, तो थानाध्यक्ष नरेश माथुर मीडिया प्रबंधन में जुट गये और अभियुक्त के फरार होने की घटना नकारने लगे।
अभियुक्त से बरामद की गई बाइक नूरपुर पिनौनी पुलिस चौकी में खड़ी थी, जिससे एसओ घटना को दबा नहीं पाये। गौतम संदेश की खबर पर अफसरों को ज्ञात हुआ, तो एसओ से स्पष्टीकरण माँगा गया। कार्रवाई से बचने को एसओ ने आनन-फानन में फरार अभियुक्त के पिता को हिरासत में ले लिया, जिससे दबाव में अभियुक्त वीरेन्द्र यादव स्वयं पुलिस के पास आ गया। पुलिस ने वीरेंद्र यादव को आज जेल भेज दिया।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)
पढ़ें: मोल-भाव के चक्कर में तमंचे के साथ पकड़ा गया अभियुक्त थाने से फरार