बदायूं जिले में बिजली विभाग के हालातों में सुधार करने की जगह भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष हरीश कुमार शाक्य सहित 15-20 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। मुकदमा बिजली विभाग के अफसरों और कर्मचारियों के दबाव में दर्ज कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार और लापरवाही की शिकायतों को लेकर पीड़ितों के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष हरीश कुमार शाक्य सोमवार को दोपहर के समय बिजली विभाग के कार्यालय में पहुंच गये और प्रथम खंड के अधिशासी अभियंता विजेंद्र सिंह से गाँव के गरीबों की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता के आधार पर न होने का कारण पूछने लगे थे, इस पर ईई विजेंद्र सिंह ने नकारात्मक जवाब दिया, तो साथ गये लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया था, जिसके बाद जिलाध्यक्ष हरीश कुमार शाक्य लोगों को समझा कर लौट गये थे। हरीश कुमार शाक्य के जाने के बाद ईई विजेंद्र सिंह और जेई पवन कुमार ने आरोप लगाया कि उन्हें हरीश कुमार शाक्य और उनके साथ आये तमाम भाजपाईयों ने पीटा है। कार्यालय का फर्नीचर भी तोड़ दिया गया है। पवन कुमार का कहना है कि उनकी अंगुली भी टूट गई है।
विजेंद्र सिंह का कहना है कि एक युवक पर बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज हुआ है, जिसे खत्म करने का जिलाध्यक्ष दबाव बना रहे थे और मना करने पर मारपीट करने लगे, इसी प्रकरण में थाना सिविल लाइंस में जिलाध्यक्ष हरीश कुमार शाक्य को नामजद करते हुए 15-20 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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