बदायूं के जिलाधिकारी आईएएस कुमार प्रशांत ट्वंटी-ट्वंटी और वन-डे के नहीं बल्कि, टेस्ट मैच के जानकार लग रहे हैं तभी, वे पिच को समझने का प्रयास कर रहे हैं, इसीलिए चौके-छक्के नहीं मार रहे। उन्हें अहसास हो गया है कि यहाँ के हालात जमीनी स्तर पर बहुत अच्छे नहीं हैं तभी, उन्होंने स्थलीय निरीक्षण शुरू कर दिया है लेकिन, उन्होंने किसी को दंडित नहीं किया, चेतावनी देकर सबसे अच्छा कार्य करने की अपेक्षा की।
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डीएम कुमार प्रशांत ने कलेक्ट्रेट के कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। कार्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि कार्यालय में समय से आकर अपने कार्याें को समय से गुणवत्तापूर्वक पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि सभी कार्यालयों की साफ-सफाई, अभिलेखों का रख-रखाव उचित ढंग से होना चाहिए। जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) नरेन्द्र बहादुर सिंह एवं नगर मजिस्ट्रेट केके अवस्थी के साथ कलेक्ट्रेट के कंट्रोल रूम, सामान्य सहायक अनुभाग, न्यायिक अभिलेखागार, आंगल अभिलेखागार, प्रशासनिक अधिकारी, राजस्व अनुभाग, जिला ई-गर्वनेंस सेल एवं शस्त्र कार्यालय का निरीक्षण किया।
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कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी को निर्देश दिए कि आईजीआरएस एवं फोन के माध्यम से प्राप्त होने वाली जनशिकायतों का गुणवत्ता पूर्वक एवं समयबद्ध निस्तारण करें। शस्त्र कार्यालय लिपिक ने डीएम को अवगत कराया कि जनपद में आतिशबाजी की कुल 1600 दुकानें हैं, जबकि नगर में 33 दुकानें हैं। डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि समय-समय पर जाकर सभी आतिशबाजी की दुकानों का निरीक्षण करते रहें।
डीएम ने कार्यदायी संस्था सीएनडीएस द्वारा बनाये जा रहे भवन निर्माण का भी निरीक्षण किया, उन्होंने भवन में लगने वाले सामग्री को भी परखा, ईंटों को उठा कर n सिर्फ देखा बल्कि, बजा कर आवाज सुनी। उन्होंने ठेकेदार को निर्देश दिए कि दीवाली के बाद तक इसे तैयार कर दिया जाए। उन्होंने समस्त अधिकारियों से अपेक्षा की है कि उनको मेहनत से समयबद्ध कार्य करने वाले अधिकारी पसंद हैं, किसी भी अधिकारी के पटल पर, जो भी प्रकरण लंबित हैं, उन सभी को जल्द से जल्द पूर्ण करें, जिससे प्रदेश में जनपद को उच्च स्थान प्राप्त हो, इसके बाद डीएम ने समस्यायें लेकर आए फरियादियों की शिकायतों को सुना और अधीनस्थों को निस्तारण करने के निर्देश दिए।
इसके बाद जिलाधिकारी ने मंडी समिति पहुंच कर विपणन शाखा एवं भारतीय खाद्य निगम द्वारा संचालित धान क्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। डीएम ने निर्देश दिए कि कॉमन धान का सरकारी खरीद मूल्य 1850 रुपए प्रति कुन्तल एवं ग्रेड ए 1835 रुपए प्रति कुन्तल निर्धारित है। किसी भी कृषक से अधिक धनराशि न वसूली जाए। विपणन शाखा के केन्द्र प्रभारी दिग्विजय सिंह पाल एवं भारतीय खाद्य निगम के केन्द्र प्रभारी संघर्ष कुमार ने अवगत कराया कि तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं, अभी तक धान की खरीद नहीं हुई हैं।
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डीएम ने कहा कि धान खरीद का समय प्रातः 9 बजे से सांय 5 बजे तक किया जाए। किसानों के धान का भुगतान निर्धारित मूल्यों के आधार पर आरटीजीएस के माध्यम से उनके बैंक खातों में किया जाए। किसी भी दशा में व्यापारी एवं माफियाओं का धान न खरीदा जाए अन्यथा, क्रय संस्थाओं एवं केन्द्र प्रभारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
गौतम संदेश ने शहर में व्याप्त गंदगी का मुद्दा उठाया था। डीएम ने ईओ सहित तमाम अधिनस्थों को तलब कर लिया है और वे शहर में स्थलीय निरीक्षण करने को निलकने वाले हैं, जिससे हड़कंप मचा हुआ है। जिलाधिकारी पेंशनर्स के कार्यक्रम में भी शामिल हुए, इस दौरान उन्होंने कहा कि पेंसनर्श उनसे कभी भी मिल सकते हैं, उनकी समस्याओं का समाधान कराया जायेगा।
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