डीएम-एसएसपी ने हेलमेट बांटे, क्रीड़ा प्रतियोगिता का शुभारंभ किया

डीएम-एसएसपी ने हेलमेट बांटे, क्रीड़ा प्रतियोगिता का शुभारंभ किया

बदायूं के जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चन्द्रप्रकाश ने दोपहिया वाहन स्वामियों को सड़क पर चलने के नियमों की जानकारी दी एवं नियमों का पालन करने का आह्वान किया, साथ ही हेलमेट भी बांटे। डीएम-एसएसपी ने 35वीं जिला स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का भी शुभारंभ किया।

पुलिस लाइन में डीएम दिनेश कुमार सिंह और एसएसपी चन्द्रप्रकाश ने कहा कि हेलमेट और सीट वेल्ट लगाकर ही वाहन चलायें। वाहनों में तीखी लाईट का प्रयोग न करें एवं वाहन सीमित गति से चलायें। सड़क पर चलते समय यातायात नियमों का पालन करें। वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें। रास्ते में वाहन न खड़ा करें, इससे यातायात बाधित होता है। तेजगति और शराब पीकर वाहन न चलायें। वाहन के कागज हमेशा साथ में रखें। पैदल यात्री जेबरा क्रॉसिंग पर ही सड़क को पार करें। ओवर ब्रिज, रेलवे लाइन और रोड के बीच में सेल्फी न लें, इस अवसर पर एसपी (सिटी) कमल किशोर एवं एसपी (आरए) सुरेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। डीएम-एसएसपी ने ब्लूमिंगडेल स्कूल के निदेशक ज्योति मेंदीरत्ता, बदायूं क्लब के सचिव अक्षत अशेष के साथ तमाम समाजसेवियों की मदद से दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट भी बांटे।

उधर तीन दिवसीय 35वीं कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय एवं बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता का सोमवार को जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह और एसएसपी चन्द्रप्रकाश ने फीता काटकर, कबूतर एवं गुब्बारे उड़ाकर शुभारंभ किया। डीएम ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड की सलामी भी ली।

जिलाधिकारी ने 100 मीटर दौड़ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने बच्चों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि प्रतियोगिता निष्पक्ष और बिना भेदभाव की होनी चाहिए। प्रतियोगिता में बच्चों के मान-सम्मान पर विशेष ध्यान दिया जाए। बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रतियोगिताओं से प्रतिभाओं में निखार आता है, इससे बच्चों में शैक्षिक, सामाजिक, राजनैतिक, चारित्रिक, भावनात्मक एवं संदेशात्मक गुणों का विकास होता है। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य स्कूलों में छिपा है। अध्यापक बच्चों को अच्छी शिक्षा देखकर उनका तथा देश का भविष्य उज्जवल बनाना है। शिक्षा के साथ साथ स्वच्छता और संस्कार पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा अध्यापक सुनिश्चित करें कि प्रतिदिन प्रार्थना के बाद आधे घंटे बच्चों को संस्कार की बातें अवश्य बतायें। बच्चों के परिवार वालों से बताई गई, बातों का सत्यापन जरूर करें, जिससे बच्चों मे झूठ बोलने की आदत न रहे। उन्होंने कहा कि बच्चों के माता पिता का फर्ज है, कि बच्चे को प्रतिदिन विद्यालय अवश्य भेजें। अभिभावक अध्यापक से समय समय पर मिलते रहे और अपने बच्चे के संबंध में जानकारी करते रहें। उन्होंने कहा कि जो बच्चा स्कूल न आए, उसके घर भी जाकर अध्यापक पता करें कि क्या कारण है, बच्चा स्कूल क्यों नहीं आया। उन्होंने कहा शिक्षा से वंचित कोई बच्चा न रहे। उन्होंने कहा कि जब सभी बच्चे शिक्षित होंगे, तभी देश का अच्छा भविष्य होगा।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंद्रप्रकाश ने कहा कि अभी तक जनपद में ऐसी भव्य प्रतियोगिता नहीं देखी। उन्होंने कहा कि खेल से बच्चों में अनुशासन सीखने को मिलता है और वह आगे बढ़कर देश का नाम रोशन करते हैं। उन्होंने कहा इसीलिए सभी बच्चों को मेहनत से पढ़ाई करनी चाहिए, इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रेम चंद्र यादव भी उपस्थित रहे।

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