बदायूं के जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर और कर्मचारी मूल कार्य करने की जगह बाकी सब करने में पारंगत हैं। ओपीडी से डॉक्टर गायब रहते हैं, इमरजेंसी सेवा के हालात और भी बुरे रहते हैं, दवा नहीं मिलती, मरीज त्राहि-त्राहि करते रहते हैं, भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा बना रहता है, गंदगी से निजात कभी नहीं मिलती पर, इस सबसे किसी को कोई अंतर नहीं पड़ता। डॉक्टर और कर्मचारी रोगियों की सेवा करने की जगह राजनैतिक और धार्मिक एजेंडा आगे बढ़ाने में जुटे रहते हैं, उसमें कोई लापरवाही नहीं बरतते।
जिला अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों का बड़ा ग्रुप वामसेफ और आरएसएस से जुड़ा बताया जाता है, दोनों ही ग्रुप से जुड़े लोग मूल कार्य नहीं करते लेकिन, राजनैतिक, धार्मिक और जातीय संघर्ष कराने वाले कुकर्म करने में पीछे नहीं रहते। ताजा प्रकरण यह है कि एक डॉक्टर ने रामायण, राम, रावण सहित समूची आस्था पर सवाल उठाते हुए ब्राह्मणों के संबंध में भी अपशब्दों का प्रयोग किया है।
जी हाँ, जिला अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट मुकेश यादव ने “ब्राईट थॉट एक उज्ज्वल सोच” नाम से वाट्सएप पर एक ग्रुप बनाया है, जिसमें 9412654613 नंबर से एक पोस्ट शेयर की गई है, यह नंबर आई सर्जन डॉ. अशोक कुमार का बताया जा रहा है। पोस्ट में रामायण पर सवाल खड़ा किया गया है। लिखा है कि …
सिद्ध करो राम थे…………. या स्वीकार करो कि रामायण काल्पनिक ग्रंथ है…
(1). एक समय पर दो तरह के इंसान कैसे हो सकते हैं? एक पूंछ वाला और एक बिना पूंछ वाला… दोनों मनुष्य की तरह बोलते हैं दोनों के पिता राजा हैं क्या ऐसा संभव है? (2). मेंढक से मंदोदरी कैसे बन सकती हैं/ पैदा हो सकती है? (3). लंगोटी का दाग छुड़ाने से अंगद कैसे पैदा हो सकता है? पक्षी मनुष्य की तरह कैसे काम कर सकता है जैसे गिद्धराज? (4). किसी मनुष्य के 10 सिर हो ही नहीं सकते इतिहास या पुरातत्व द्वारा आज तक ये सिद्ध नहीं हो पाया कि किसी इंसान के 10 सिर 20 भुजाओं वाला कोई मनुष्य नहीं है……. (5). जिस लंका की आप बात कर रहे हो, उसका नाम भी 1972 में लंका पड़ा। इसके पहले सिलोन व सीलोन से पहले सिहाली इत्यादि नाम थे तो असली लंका कहा है? (6). घड़े से लड़की कैसे पैदा हो सकती है? एक माह में मकरध्वज कैसे पैदा हुए? मछली से कोई मनुष्य कैसे पैदा हो सकता है?? एक माह में मकरध्वज पातालपुरी में नौकरी करने लगे क्या ये संभव है? अगर संभव है तो साबित करो… (7). 5000 साल पुरानी द्रविड़ भाषा को कोई पढ़ नहीं सकता तो 70000 साल पहले अंगद किस भाषा शैली क्या थी? (8). सम्राट अशोक के काल में अयोध्या का नाम साकेत था तो अयोध्या के बाद साकेत और साकेत के बाद अयोध्या नाम कैसे पड़ा? पुरातत्व विभाग की तरफ से एक भी प्रमाण हो तो बताओ कि राम राज्य था? (9). सात घोड़ों से सूर्य कैसे चल रहा है? आपकी पुस्तकें कह रही हैं जबकि विज्ञान कह रहा है कि सूर्य चलता ही नहीं है….. जब राम का राज्याभिषेक हो रहा था तब सूर्य एक महीने के लिए रुक गया था, आपकी किताबों में लिखा है। जबकि सूर्य चलता ही नहीं है अगर सूर्य चलता है तो सिद्ध करो /साबित करो…. (10). सूर्य खाने गए हनुमान की स्पीड और कद क्या था? जो हनुमान सूर्य की आग से नहीं जल सकता, वह पूंछ में लगी आग से कैसे जल सकता है? (11). बाल्मीकि रामायण कहती है चैत अमावस्या को रावण का वध होता है तुलसीकृत रामायण कहती है दशहरा को रावण का वध होता है तो सच क्या है? (12). सोने की खोज हुए 4000 साल हुए हैं तो 70000 साल पहले सोने की लंका कहां से आई थी? सोने का गलनांक 3000℃ से अधिक होता है, तो बताओ पूंछ की आग से इतना तापमान कैसे बढ सकता है? सोने का महल था या सोने की लंका? 6000 साल पूर्व सभी चमड़े का परिधान पहनते थे तो 70000 साल पूर्व कपड़े राम कहां से पहनते थे? (13). जब ब्रह्मा के मुख से ब्राह्मण पैदा हुआ तो भारत में ही क्यों पैदा हुआ? जबकि ब्रह्मा ने ब्रह्मांड रचाया तो चीन अमेरिका थाईलैंड जापान दक्षिण कोरिया वगैरह वगैरह दुनिया के बाकी देशों में ब्राह्मणों क्यो पैदा नहीं हुआ या होता? आज भी बामण किसी के मुख से पैदा होते है या जननांग से। (14). वह कौन सा सॉफ्टवेयर था जिसे पता चल जाता था कि लक्ष्मण रेखा को सीता पार करे तो कुछ नहीं हुआ परन्तु रावण पार कर तो जल उठे? (15). जिस धनुष को रावण उठा नहीं सका, उसी धनुष को उठाने वाली सीता को रावण कैसे उठा सकता है? सवाल और भी बहुत हैं … ज्योतिबा फुले ने सही कहा था कि ” पोंगा पंडितो का ज्ञान उनके (पंडितो) के ज्ञान पर नहीं, शूद्रों की अज्ञानता पर टिका हुआ है।” “जिस दिन शुद्र अपने विवेक, सोच और तर्क – शक्ति का उपयोग करना शुरू कर देंगे, उस दिन इन पोंगा पंडितों के द्वारा काल्पनिक गप्प कथाओं के द्वारा निर्मित किये गए किले धरासायी हो जाएंगे।”
हालाँकि ग्रुप में किसी ने सवालों का उत्तर नहीं दिया है, न ही सवालों पर सहमति जताई है और न ही किसी ने निंदा की है। सवाल यह है कि उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल साइट्स पर पैनी नजर रखने का लगातार दावा कर रही है पर, उसकी नजर से आस्था और श्रद्धा के साथ ब्राह्मणों के बारे में अपशब्द कहने वाला कैसे बचा हुआ है। यह भी बता दें कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के विरुद्ध जिला महिला अपस्ताल के डॉ. हाकिम सिंह ने एक निंदनीय पोस्ट शेयर की थी, जिस पर मुकदमा दर्ज हुआ पर, आरोपी हाकिम सिंह के पक्ष में तमाम भाजपाई ही खड़े हो गये, जिससे निंदनीय टिप्पणी करने वालों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। अब देखते हैं कि पुलिस और भाजपाई इस प्रकरण में क्या भूमिका निभायेंगे।
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