बदायूं जिले में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की अहमियत घटने से मुस्लिम समाज के प्रमुख लोग आक्रोशित नजर आ रहे हैं। पत्र जारी कर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है, साथ ही दोषियों ने सार्वजिक तौर पर माफी नहीं मांगी तो, अखिलेश यादव को अवगत कराने व चुनाव में विरोध करने की चेतावनी दी गई है।
पिछले दिनों बिसौली विधान सभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया गया था। सम्मेलन से पूर्व बिसौली व क्षेत्र में बैनर-पोस्टर भी लगाये गये लेकिन, प्रचार सामग्री पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान का फोटो नहीं था, जिससे मुस्लिम समाज के तमाम प्रमुख लोग आहत नजर आ रहे हैं।
क्षेत्र के गाँव परौली की प्रधान सुलरा बेगम के पुत्र युवा नेता तहजीब बाबू ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। आजम खान के बेहद करीबी माने जाने वाले तहजीब बाबू ने पत्र जारी कर कहा कि सपा सरकार में आजम खान को मिनी मुख्यमंत्री कहा जाता है, चुनाव के दौरान उनकी मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में प्रमुखता से जनसभायें आयोजित कराई जाती हैं लेकिन, सपा के सम्मेलन की प्रचार सामग्री पर उनका फोटो न होना दुःखद है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि आजम खान को 28% आबादी अपना हमदर्द मानती है, उन्हें अपना वकील मानती है, उनके आह्वान पर राजनैतिक निर्णय लेती है। आजम खान समाजवादी पार्टी की शान हैं, उनका फोटो बैनर-पोस्टर पर न लगाना 28% आबादी को नजर अंदाज करना ही है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक आशुतोष मौर्य सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें वरना, क्षेत्र के मुस्लिम न सिर्फ अखिलेश यादव को अवगत करायेंगे बल्कि, चुनाव के दौरान खुल कर विरोध भी करेंगे।
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