बदायूं जिले में डीईओ दीपा रंजन और एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने घोषणा होते ही आचार संहिता लागू करवा दी, जिससे शिलान्यास, उद्घाटन, जनसभा, रोड शो, पैदल यात्रा तक पर प्रतिबंध लग गया है। अब संभावित उम्मीदवार आचार संहिता के अनुसार ही प्रचार-प्रसार कर पायेंगे लेकिन, इस सबका आभास पूर्व मंत्री आबिद रजा को पहले से ही था, जिससे उन्होंने रिकॉर्ड समय में क्षेत्र में धुआंधार जनसभायें कर दीं।
पूर्व मंत्री आबिद रजा ने शहर में लगभग हर जाति के सम्मेलन आयोजित किये, इसके बाद उन्होंने “आबिद रजा चले, गाँव की चौपाल” कार्यक्रम चलाया, इसके अंतर्गत सदर विधान सभा क्षेत्र के अधिकांश गांवों में दो-दो चौपालें तक लगा दीं। उन्होंने बेहद कम समय में 192 चौपालें लगा कर मतदाताओं से सीधा संवाद किया और विकास कार्यों एवं चुनाव को लेकर चर्चा की, उनकी चौपालों में भीड़ की संख्या भी ठीक-ठाक रही, जिससे लोग स्तब्ध दिखाई दिए। गांवों के साथ आबिद रजा ने शहर में भी चौपाल लगाई। मोहल्लों में आयोजित की गई चौपालों में बड़ी संख्या में लोग आये, जहाँ आबिद रजा ने खुल कर बात की।
अब आबिद रजा भी चौपाल नहीं लगा पायेंगे लेकिन, उन्होंने समूचे विधान सभा क्षेत्र को पहले ही मथ लिया है लेकिन, विपक्षी दलों के अन्य संभावित प्रत्याशी चुनाव प्रचार में पूरी तरह पिछड़ गये हैं, वे टिकट के लिए ही भागदौड़ करते रहे, जिससे क्षेत्र में भ्रमण तक नहीं कर पाये। अब कोरोना गाइड लाइन के अनुसार प्रचार करते समय मतदाताओं से संवाद कर पाना आसान नहीं होगा, जिसका असर चुनाव परिणामों पर स्पष्ट दिखाई देगा।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)