स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा बहुजन समाज पार्टी छोड़ते ही बसपा विधायक सिनोद कुमार शाक्य “दीपू” के संबंध में लोग कई तरह की चर्चायें करने लगे थे, लेकिन उन्होंने बसपा और बसपा सुप्रीमो में आस्था जताते हुए कहा कि वे राजनीति के लिए बसपा में नहीं है, वे बहुजन आंदोलन के साथ हैं और हमेशा रहेंगे।
बदायूं जिले के दातागंज विधान सभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर दूसरी बार विधायक बने सिनोद कुमार शाक्य “दीपू” ने राजनीति की शुरुआत बसपा के साथ ही की थी और पहले ही झटके में विधायक चुन गये थे। बसपा सुप्रीमो मायावती भी दीपू को अहमियत देती हैं, लेकिन उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्य का बेहद करीबी माना जाता रहा है, जिससे स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी छोड़ते ही दीपू के बारे में लोग कयास लगाने लगे थे।
विधायक ने बसपा और बसपा सुप्रीमो में गहरी आस्था जताते हुए कहा कि वे बहन जी के बहुजन आंदोलन के साथ हैं और रहेंगे। उन्होंने आज दोपहर फेसबुक पर पोस्ट शेयर कर अपनी सोच को सार्वजनिक भी कर दिया। विधायक ने फेसबुक वॉल पर लिखा है कि …
नीला झण्डा हाथी हथियार चाहिए,
अब यूपी में बसपा की सरकार चाहिए।।
जय भीम जय भारत