बदायूं जिले के अविभावकों के लिए चिंतित कर देने वाली खबर है। दुनिया भर में दहशत का पर्याय बन चुके ब्लू व्हेल गेम ने यहाँ भी दस्तक दे दी है। एक निजी स्कूल का छात्र संदिग्ध पाया गया है, जिसके बारे में शिक्षकों ने उसके परिजनों को अवगत करा दिया है।
बदायूं के एक निजी स्कूल में कक्षा- नौ में पढ़ने वाले एक छात्र के हाथ पर व्हेल गुदी देखी, तो साथी बच्चों ने शिक्षकों को अवगत करा दिया। शिक्षक ने छात्र से तरह-तरह के सवाल किये, तो यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि वह ब्लू व्हेल गेम खेल रहा है। शिक्षकों ने तत्काल छात्र के परिजनों को अवगत करा दिया। छात्र की मनोदशा क्या है एवं वह गेम से बाहर हो गया, या नहीं, इस बारे में अभी तक ज्ञात नहीं हो सका है, लेकिन यह घटना अविभावकों को चिंतित कर देने वाली है।
ब्लू व्हेल गेम के बारे में बताया जाता है कि यह गेम 50 दिनों में पूरा किया जाता है, जिसमें हर दिन एक नया कार्य करने को दिया जाता है। जैसे शुरुआत में यूजर को सुबह 4:20 बजे उठने को कहा जाता है, कुछ समय एकांत में बिताने को बोला जाता है। यूजर को क्रेन, अथवा ऊंची जगह चढ़ कर नीचे झाँकने को कहा जाता है, साथ ही हाथ, या बांह पर व्हेल गुदवाने को कहा जाता है, कोई भी गुप्त कार्य करने को कहा जाता है, सुई को हाथ, या पैर में चुभोने को कहा जाता है, अलग तरह का संगीत भी सुनाया जाता है, ऐसे ही अन्य तमाम कार्य कराते हुए यूजर से अंतिम दिन आत्महत्या करने को कहा जाता है और फिर वह आत्महत्या कर भी लेता है। दुनिया भर में ब्लू व्हेल गेम के चलते कई घटनायें हो चुकी हैं।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बना हुआ ब्लू व्हेल गेम बदायूं में भी दस्तक दे चुका है। जानकारों का कहना है कि अविभावक अपने बच्चों को स्मार्ट फोन से दूर रखें, उन्हें फोन के साथ एकांत में नहीं रहने दें, उनकी गतिविधियों पर नजर रखें और संदिग्ध दिखते ही मनोचिकित्सक की मदद लें।
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