बदायूं के ब्लूमिंगडेल स्कूल परिसर में वर्तमान समय में देश की भयावह जल की कमी से जूझ रहे नागरिकों की समस्या को ध्यान में रखते हुए एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसके अन्तर्गत जल के बचाव के लिए अनेक उपाय बताए।
बच्चों ने जल के महत्व तथ्य को समझाने के लिए काव्य पाठ किया, भाषण दिया और एक एकांकी नाटक भी प्रस्तुत किया। बच्चों ने हर प्रकार से अपने शब्दों व भाषा के द्वारा जल की जरूरत एवं संरक्षण की आवश्यकता एवं जल को व्यर्थ करने से भविष्य में आने वाले संकटों के विषय में बताते हुए उसे बचाने को प्रेरित किया, इस पर सभी छात्रों ने हृदय से जल को संरक्षित करने लिए प्रतिज्ञा ली।
प्रधानाचार्य वन्दना सक्सेना ने भी मनुष्य के जीवन में पानी की आवश्यकता को बताते हुए उसको संरक्षित करने के अनेक तरीके बताए। इस अवसर पर स्कूल निदेशक ज्योति मेंहदीरत्ता, अध्यक्षा पम्मी मेंहदीरत्ता, अनीता धमीजा एवं ईशान मेंहदीरत्ता सहित समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा और सभी ने मिल कर कहा कि ‘‘ब्लूमिंगडेल का नारा, जल है, तो कल है।’’
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