बदायूं जिले के सहसवान विधान सभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े आशुतोष वार्ष्णेय “भोला” चुनाव हारने के बावजूद क्षेत्र में बने हुए हैं। उन्होंने सहसवान स्थित गेस्ट हाउस में बैठ कर क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं से भेंट की और उनकी समस्याओं का समाधान भी कराया।
बदायूं जिले में भाजपा सहसवान विधान सभा क्षेत्र में ही पिछड़ी, उसके पीछे डीपी यादव के परिवार को दोषी बताया जा रहा है, क्योंकि जितेन्द्र यादव को भाजपा ने टिकट दिया था, लेकिन उन्होंने नामांकन पत्र जमा करने की जगह टिकट वापस कर दिया, इसके पीछे बताया जा रहा है कि डीपी यादव अपने बेटे या पत्नी को चुनाव लड़ाने के पक्ष में थे, इसी दबाव में जितेन्द्र यादव ने टिकट वापस किया और भाजपा हाईकमान ने आनन-फानन में संभल जिले के कस्बा चंदौसी निवासी व्यापारी आशुतोष वार्ष्णेय “भोला” को टिकट दिया, उन्हें जनता से मिलने का पर्याप्त समय नहीं मिला, जिससे वे पिछड़ गये और सपा प्रत्याशी के रूप में ओमकार सिंह यादव अजेय साबित हो गये।
आशुतोष वार्ष्णेय “भोला” के चुनाव हारने के बाद माना जा रहा था कि वे क्षेत्र में लौट कर नहीं आयेंगे, लेकिन कयास गलत साबित हुए। आशुतोष वार्ष्णेय “भोला” न सिर्फ सहसवान में पहुंचे, बल्कि गेस्ट हाउस में बैठ कर कार्यकर्ताओं से भेंट की और अफसरों से बात कर उनकी समस्याओं का भी समाधान कराया, इस दौरान उन्होंने कहा कि वे क्षेत्र में रह कर आम जनता की सेवा लगातार करते रहेंगे, उनके साथ अनुज माहेश्वरी, आशु माहेश्वरी, आलोक माहेश्वरी और विनोद पंडित सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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