भाजपा के लिए बुरी और समाजवादी पार्टी के लिए खुशी की खबर है। मेजर कैलाश सागर बहुजन समाज पार्टी में जा सकते हैं। कैलाश सागर का विरोध करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई कर के बसपा ने भी संकेत दे दिए हैं, लेकिन विधिवत घोषणा होना बाकी है।
मेजर कैलाश सागर पिछला विधान सभा चुनाव बिसौली (सुरक्षित) क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर लड़े थे और तीसरे नंबर पर रहे थे। दूसरा स्थान बसपा के पूर्व विधायक योगेन्द्र सागर की पत्नी प्रीति सागर को मिला था और विजयी सपा के आशुतोष मौर्य “राजू” रहे थे, इस बार भी यही प्रत्याशी माने जा रहे थे, लेकिन प्रीति सागर की जगह योगेन्द्र सागर स्वयं चुनाव लड़ते।
अब सूत्रों का कहना है कि मेजर कैलाश सागर भाजपा छोड़ कर बसपा में जा रहे हैं। सूत्र का कहना है कि उनका बसपा में जाना तय है, लेकिन घोषणा होना बाकी है, इसकी भनक बसपा के पदाधिकारियों को लगी, तो बिसौली क्षेत्र के और कुछ जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने उनका विरोध किया, इस पर बसपा ने उन सबके विरुद्ध कार्रवाई कर के यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि मेजर कैलाश सागर के विरुद्ध एक शब्द तक नहीं सुना जायेगा।
खैर, योगेन्द्र सागर इस बार विनर प्रत्याशी माने जा रहे थे, लेकिन टिकट कटने से गणित गड़बड़ा गया है। सूत्रों का कहना है कि बसपा से स्पष्ट मना होने पर वे भाजपा में जा सकते हैं। पूर्व में योगेन्द्र सागर भाजपा में ही थे, वे दर्जा राज्यमंत्री भी रहे हैं, इसलिए भाजपा में वे आसानी से जा सकते हैं, लेकिन भाजपा प्रत्याशी के रूप में उन्हें मुस्लिम मतदाता छोड़ सकते हैं, इसी तरह पूर्व में भाजपा प्रत्याशी रहने के कारण मेजर कैलाश सागर मुस्लिम मतदाताओं में सेंध नहीं लगा पायेंगे, तभी कहा जा रहा है कि सपा प्रत्याशी की राह आसान हो गई।
संबंधित खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें लिंक