एक ओर विश्व के सबसे बड़े लिखित संविधान की वर्ष गाँठ मनाने की तैयारी की जा रही थी, वहीं दूसरी ओर एक किसान लूट का शिकार हो रहा था, इससे भी बड़े आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस ने न मुकदमा दर्ज किया है और न ही लुटेरों को खोज पाई है।
घटना बरेली हाइवे पर गाँव मलगांव के पास की है। बताते हैं कि बिनावर थाना क्षेत्र के गाँव नौसाना निवासी गजराम राजस्थान में रह रहे अपने भाई भोजराज के पास से आया था। वह बीती रात करीब डेढ़ बजे रोडवेज बस अड्डे पर आकर उतरा, वह भाई से बीस हजार रूपये लेकर आया था। ठंड अधिक होने के कारण उसकी हालत खराब हो रही थी, लेकिन बरेली दिशा की ओर जाने वाली बस नहीं थी, इस बीच एक मार्शल गाड़ी वाले ने बरेली जाने को कहा, तो वह उसमें बैठ गया। गाड़ी में चार लोग थे, जिन्होंने उससे बीस हजार की नकदी लूट ली और गाँव मलगांव के पास रोड पर उतार कर फरार हो गये।
पीड़ित घटना स्थल से सीधे थाना बिनावर पहुंचा और घटना के संबंध में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने अभी तक लूट का मुकदमा दर्ज नहीं किया है और न ही पुलिस बदमाशों को खोज पाई है।