पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुम्भ के नाम से प्रसिद्ध मेला ककोड़ा विधिवत हवन पूजन झंडी स्थापना एवं गंगा पूजन के बाद गुरूवार को शुरू हो गया। इस बार मेले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ जुआ खेेलने, शराब बेंचने एवं मांस का प्रयोग पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। श्रद्धालुओं के लिए बेहतर स्नान घाट की सुविधा उपलब्ध कराए जाने के साथ ही बाच टावरों, गोताखोरों, नावों आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराये जाने के डीएम ने निर्देश दिए हैं।
गुरूवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम यादव, जिलाधिकारी शम्भू नाथ, एसएसपी संतोष कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी देवेन्द्र कुमार सिंह कुशवाहा सहित अन्य अधिकारियों ने गंगा तट पर पहुंचकर ककोड़ा देवी की झंडी स्थापित कराई और विधिवत पूजा अर्चना, गंगा पूजन कर मेला ककोड़ा का शुभारम्भ किया। हवन पूजन का कार्य डा. राम प्रकाश शास्त्री ने सम्पन्न कराया।
तत्पश्चात जिलाधिकारी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अशोक कुमार यादव, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ मेला तैयारियों के सम्बंध में विस्तृत समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था एवं चिकित्सा संबंधी सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करते हुए एम्बुलेंस पर्याप्त मात्रा में मेडीसन, चिकित्सक, महिला चिकित्सक एवं बाल रोग चिकित्सकों की व्यवस्था की जाए। जिलाधिकारी ने मेले में मिट्टी के तेल वितरण हेतु कम से कम पंद्रह दुकानें लगाने का निर्देश दिया है। पशु चिकित्सा हेतु मेले में अस्थाई पशु चिकित्सालय भी बनाया जाएगा। जिलाधिकारी ने स्नान घाट पर बेरीकेटिंग कराने के निर्देश देते हुए कहा है कि अधिक पानी की ओर कोई श्रद्धालू न जाने पाए, ऐसी व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई जायें।
गंगा पर नव निर्मित पुल चालू हो जाने के कारण गत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष कासगंज, एटा, मैनपुरी आदि की ओर से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना को मद्देनजर रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था हेतु मेले में सीसी टीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे और सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को सेक्टरवार विभाजित कर बारह पुलिस चैकियां भी बनाई जाएंगी, जिसमें पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात किया जाएगा। जिलाधिकारी ने मेले में विकास प्रदर्शनी लगाने के भी निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने मेले में दूध की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु दुग्ध विकास निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया है। खोया-पाया व्यवस्था को और सुदृढ़ एवं प्रभावी बनाने हेतु एनसीसी एवं स्काउट गाइड का भी सहयोग लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने आवश्यकतानुसार रोडवेज बस अड्डे के आस पास क्रेन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश देते हुए सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी एवं सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज से कहा है कि मेले में आने जाने के लिए रोडवेज एवं प्राइवेट बसों के किराए का निर्धारण करते हुए उसका प्रचार कराया जाए और रोडवेज बस अड्डे पर निर्धारित किराया शुल्क का बोर्ड बनवाकर लगवाया जाए। मेले में सफाई व्यवस्था हेतु पंचायत राज विभाग एवं स्थानीय निकाय के सफाई कर्मचारियों को लगाया गया है। इन सभी सफाई कर्मचारियों के नोडल अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद उझानी को बनाया गया है। इस बार मेले में सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से एक नई व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए मेले में लगे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक वीडियो कैमरा लगाया गया है। इस अवसर पर एसपी सिटी एमएस चौहान, डीआरडीए के परियोजना निदेशक रामरक्ष पाल, जिला विकास अधिकारी प्रदीप कुमार सोम, मेला प्रभारी/उप जिलाधिकारी सदर प्रदीप कुमार यादव जनपद कासगंज की पटियाली तहसील के सीओ, तहसीलदार, कासगंज के अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग मौजूद रहे।