बदायूं जिला बच्चियों के लिए पूरी तरह असुरक्षित होता जा रहा है। हालात इतने भयावह हो चले हैं कि किसी आयु वर्ग की बच्चियां किसी भी क्षेत्र में सुरक्षित नहीं हैं। आज भी एक बच्ची की जिंदगी तीन दरिंदों ने बर्बाद कर दी। यौन शोषण की शिकार बच्ची जिला महिला अस्पताल में दोपहर तक भर्ती रही, लेकिन हालत में सुधार न होने के कारण उसे बरेली के लिए रेफर कर दिया गया। अत्यधिक रक्तस्राव के चलते उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
हृदय विदारक घटना बदायूं जिले में स्थित थाना जरीफनगर क्षेत्र के गाँव मेगर की है, जहाँ गड़रिया जाति के एक परिवार की दस वर्षीय बच्ची की जिंदगी दुस्साहसी बीस वर्षीय योगेन्द्र यादव पुत्र रुकुम सिंह यादव व उसके दो अज्ञात साथियों द्वारा तबाह कर दी गई है। बताया जाता है कि मक्के के खेत पर बच्ची पिता को बुलाने गई थी। पिता रखवाली के लिए बेटी को खेत पर छोड़ घर आ गया, तभी बराबर के खेत में मौजूद आरोपी योगेन्द्र यादव और उसके साथियों के अंदर का दरिंदा जागृत हो गया, उन्होंने आकर बच्ची को दबोच लिया।
बच्ची का बेरहमी से यौन शोषण किया गया है। परिजनों को ग्रामीणों ने बताया कि खून से लथ-पथ उनकी लाड़ली बेहोश पड़ी है, तब परिजन मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने परिजनों के साथ बच्ची को मेडिकल परीक्षण हेतु मुख्यालय भेज दिया। हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टर ने बच्ची को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कर लिया, लेकिन उपचार के बावजूद बच्ची का रक्तस्राव नहीं रुक पा रहा है और न ही बच्ची को होश आया है, जिससे उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। अभी कुछ देर पहले डॉक्टर ने बच्ची को बरेली के लिए रेफर कर दिया।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है। यहाँ यह भी बता दें कि थाना जरीफनगर में थानाध्यक्ष गंगा सिंह यादव हैं। दुनिया भर में कुख्यात कटरा सआदतगंज की घटना गंगा सिंह यादव के कार्यकाल में ही घटित हुई थी, तब सरकार संकट में थी और आईएएस व आईपीएस निलंबित किये जा रहे थे, लेकिन गंगा सिंह यादव अयोध्या में सरयू तट पर आनंद लेते हुए दिखाई दिए थे, उसके बाद गंगा सिंह यादव जरीफनगर के प्रभारी बना दिये गये, जहां इनके कार्यकाल में यौन शोषण की कई बड़ी वारदातें घटित हो चुकी हैं, जिनमें से कई वारदातों को गंगा सिंह यादव ने दबाने का भी प्रयास किया है।
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