बदायूं जिले में निजी स्कूलों की तरह ही गाँव गोठा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रोजेक्टर के माध्यम से स्मार्ट क्लास की शुरूआत की गई है। जिलाधिकारी पवन कुमार ने कहा कि सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास की शुरूआत एक बड़ी उपलब्धि है।
सोमवार को ब्लॉक वजीरगंज के गाँव गोठा स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय पहुँचकर जिलाधिकारी ने कम्प्यूटर लैब एवं स्मार्ट क्लास का उद्घाटन किया और विद्यालय द्वारा प्रकाशित ‘गोठा संकल्प’ नामक पुस्तिका का बेसिक शिक्षा विभाग की सहायक निदेशक शशि देवी शर्मा के साथ विमोचन किया। बता दें कि गांव की ही रामदुलारी द्वारा पच्चीस हजार रुपए का विद्यालय को विज्ञान शिक्षक मनोज कुमार वार्ष्णेय के प्रयास से प्रोजेक्टर उपलब्ध कराया गया है। जिलाधिकारी पवन कुमार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को केवल साक्षर बनाने का ही उद्देश्य नहीं होना चाहिए, बल्कि बच्चे का समग्र विकास हो, तभी सरकारी विद्यालयों की सार्थकता सिद्ध होगी।
डीएम ने कहा कि जनता की सोच बन गई है कि सरकारी विद्यालयों में केवल वही बच्चे पढ़ते हैं, जिनका कहीं दूसरे विद्यालयों में दाखिला नहीं होता, या जिनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सीमित संसाधन होने के कारण शिक्षकों के लिए चुनौतीपूर्ण समय है। शिक्षा के स्तर को सुधारने तथा विद्यालय के हितार्थ समाजसेवियों एवं गांव के गणमान्य नागरिकों तथा व्यापारियों से सहयोग प्राप्त कर इस विद्यालय की भांति प्राथमिक शिक्षा के सभी विद्यालयों में भी सुधार लाया जा सकता है। विद्यालय का कोई भी विद्यार्थी टाट-पट्टी पर नहीं बैठता है। गांव वासियों के सहयोग से सभी बच्चों के बैठने हेतु बैंचों की पर्याप्त व्यवस्था है। स्कूल में साफ-सफाई और शैक्षिक माहौल देखकर यह कहा जा सकता है कि गोठा का पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरकारी स्कूल नहीं, बल्कि कॉन्वेंट स्कूल है। डीएम ने विज्ञान शिक्षक मनोज कुमार वार्ष्णेय को प्रशस्ति पत्र तथा प्रोजेक्टर भेंटकर्ता रामदुलारी को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
स्कूली बच्चों द्वारा स्वागत गीत सहित कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रेमचन्द यादव, वज़ीरगंज की ब्लॉक प्रमुख सुमिता वार्ष्णेय, उसहैत नगर पंचायत के अध्यक्ष गौरव कुमार गोल्डी सहित अन्य गांव के गणमान्य नागरिक, विद्यालय स्टाफ और बच्चे मौजूद रहे।