बदायूं के पुलिस-प्रशासन की कुंभकरणी नींद नहीं खुल पा रही है, यहाँ अवैध पशुवधशालायें अभी भी चल रही हैं। मीडिया ने गाँव लक्ष्मीपुर का मुद्दा उछाला, तो वहां औपचारिकता निभाने के उद्देश्य से जिला पंचायत के कर्मचारी पहुंच गये। हालाँकि वहां सरकार परिवर्तित होते ही वधशाला बंद हो गई थी, जिससे कर्मचारी अपने जाने की फोटोग्राफी कर के वापस लौट आये।
उल्लेखनीय है कि मुख्यालय पर अभी भी अवैध वधशालायें चल रही हैं, लेकिन पुलिस ने उधर जाना भी उचित नहीं समझा है, इसी तरह अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा ककराला में खुलेआम अवैध कटान जारी है। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कस्बा शेखूपुर में भी अवैध कटान हो रहा है। बिसौली क्षेत्र के गाँव संग्रामपुर, जलालपुर, और लक्ष्मीपुर में गायों और बैलों को अवैध रूप से काटने की शिकायतें लंबे समय से मिलती रही हैं। हालात सुधरे तो हैं, पर इन गांवों में कटान अभी भी जारी है।
यह भी बता दें इस क्षेत्र में अवैध कटान का मुद्दा उछालने वाले एक पत्रकार पर पुलिस और गुंडे मिल कर हमला करा चुके हैं, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद पत्रकार की सुनवाई नहीं हुई थी। दबतोरी पुलिस चौकी अवैध कटान कराने के लिए कुख्यात रही है।
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