खबर छपने से बौखलाये दबंग ने कई अन्य साथियों के संग बदायूं स्थित अमर उजाला कार्यालय में देर रात धावा बोल दिया। सूचना पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई भी की, लेकिन आरोपी को पकड़ने में पुलिस अभी तक नाकाम रही है, जिससे मीडिया कर्मियों में रोष व्याप्त है।
बताते हैं कि सदर कोतवाली क्षेत्र में स्थित चाणक्य मिष्ठान भंडार पर सुंदर लाल कश्यप पुत्र प्यारे लाल कश्यप निवासी मोहल्ला ब्राह्मपुर दबंगई से मिठाई मांग रहा था। दुकान स्वामी द्वारा मना कर देने पर सुंदर लाल ने उसके साथ अभद्रता ही नहीं की, बल्कि आरोप है कि हाथापाई भी की। हालांकि पुलिस ने इस घटना के तत्काल बाद ही आरोपी को दौड़ाया, पर आरोपी पुलिस की आँखों के सामने ही भागने में सफल रहा। इस घटना की खबर अन्य सभी अखबारों की तरह ही अमर उजाला ने भी छापी, जिस पर सुंदर लाल बौखला गया।
बताते हैं कि रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे सुंदर लाल तीन अन्य साथियों के साथ अमर उजाला कार्यालय पहुँच गया और मौके पर मौजूद रिपोर्टर आदि को हड़काने लगा। अधिकाँश रिपोर्टर जा चुके थे। देर रात होने वाली घटनाओं को लेकर एक-दो व्यक्ति ही कार्यालय में थे, जिससे वे घबरा गये और एसएसपी को कार्यालय में आये दबंगों की सूचना दे दी। एसएसपी के निर्देश पर कई थानों की पुलिस कुछ ही देर में अमर उजाला कार्यालय पहुँच गई, लेकिन तब तक दबंग जा चुके थे। बाद में एसपी ग्रामीण बीबी सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने कई जगह दबिश देकर कई लोगों को हिरासत में भी ले लिया, जिनकी सुबह अमर उजाला कर्मियों से शिनाख्त कराई गई, तो वे निर्दोष पाये गये, जिसके बाद पुलिस ने भी छोड़ दिए।
उधर नई सराय चौकी प्रभारी जितेन्द्र सिंह की ओर से सोमवार को सुंदर लाल व तीन अज्ञात लोगों के विरुद्ध रंगदारी वसूलने के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया गया है, लेकिन इस मुकदमे में अमर उजाला कार्यालय में की गई दबंगई का उल्लेख नहीं किया गया है और सुंदर लाल अभी तक पुलिस के शिकंजे से बाहर भी है, जिससे मीडिया कर्मियों में रोष व्याप्त है। हालांकि मीडिया कर्मी एसपी ग्रामीण बीबी सिंह द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा भी कर रहे हैं। यह भी बता दें कि आरोपी सुंदर लाल बसपा नेता व पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हीरालाल कश्यप का भाई है।