इलाहाबाद उच्च न्यायालय के विक्रम डी. चौहान न्यायामूर्ति नियुक्त कर दिए गये हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा प्रस्ताव को अनुमोदित करते हुए नियुक्ति पत्र जारी कर दिया गया है। विक्रम डी. चौहान के पिता डीपीएस चौहान तेजतर्रार और ईमानदार न्यायामूर्ति रहे हैं।
नव-नियुक्त न्यायमूर्ति विक्रम डी. चौहान ने इलाहाबाद विश्व विद्यालय से बी. कॉम की डिग्री ली है, उन्होंने मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित रानी दुर्गावती विश्व विद्यालय से विधि की उपाधि लेने के बाद वकालत शुरू की थी, वे बीस वर्षों से भी अधिक समय से वकालत कर रहे हैं। न्यायमूर्ति विक्रम डी. चौहान सिविल, क्रिमिनल और राजस्व के बेहतरीन वकील माने जाते रहे हैं, उन्होंने कई उल्लेखनीय निर्णय पारित कराने में अहम भूमिका निभाई है, वे बनारस हिंदू विश्व विद्यालय, इंडियन ऑयल और एलआईसी के साथ देश की तमाम प्रतिष्ठित संस्थाओं के उच्च न्यायालय में वकील रहे हैं। विशेष योगदान के चलते उन्हें न्यायमूर्ति नियुक्त करने का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अनुमोदित कर दिया है। भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव राजेन्द्र कश्यप द्वारा जारी किया गया नियुक्ति पत्र इलाहाबाद उच्च न्यायालय पहुंच गया है।
नव-नियुक्त न्यायमूर्ति विक्रम डी. चौहान एटा जनपद में विकास खंड मारहरा क्षेत्र के गाँव अचलपुर के मूल निवासी हैं। जमींदार परिवार से संबंध रखने वाले विक्रम डी. चौहान की पैतृक संपति आज भी गाँव अचलपुर में है, इनके पिता डीपीएस चौहान अपने समय के तेजतर्रार और ईमानदार न्यायामूर्ति रहे हैं, जिन्होंने कई ऐतिहासिक फैसले सुनाये, जो आज तक उदाहरण के रूप में उल्लेखित किये जाते हैं।
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