बदायूं में लाखों रूपये के विज्ञापन का घोटाला सामने आया है। नगरीय निकाय के वार्डों के परिसीमन से संबंधित विज्ञापन ऐसे अखबार को जारी कर दिए गये हैं, जो जिले में प्रसारित ही नहीं होता है। घोटाला चर्चा का विषय बना हुआ है।
अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) अजय कुमार श्रीवास्तव ने नगरीय निकाय के वार्डों के परिसीमन से संबंधित विज्ञापन 22 अप्रैल को जारी किये थे। एडीएम (प्रशासन) द्वारा अमर उजाला को छः, दैनिक जागरण को सात, हिंदुस्तान को सात और बदायूं अमर प्रभात को आठ विज्ञापन दिए गये हैं, यह अखबार जिले की चारों दिशाओं में बहु प्रसारित हैं। विज्ञापन जारी करने में चौंकाने वाली बात यह है कि बदायूं शिखर नाम के अखबार को सर्वाधिक 12 विज्ञापन दिए गये हैं, जबकि बदायूं शिखर नाम का अखबार जिले में बंटता ही नहीं है, इस अखबार की प्रतियाँ सिर्फ रिकार्ड व्यवस्थित करने के लिए छापी जाती हैं।
बताया जाता है कि हिंदी/अंग्रेजी में जारी किये गये इन विज्ञापनों को अमर उजाला, दैनिक जागरण, हिंदुस्तान और बदायूं अमर प्रभात ने नॉर्मल फॉण्ट में प्रकाशित किया है, लेकिन बदायूं शिखर ने बड़े फॉण्ट में विज्ञापनों को प्रकाशित किया है, जिससे ज्यादा स्पेस में विज्ञापन होने के कारण बिल और बड़ा बनाया जा सकेगा। सूत्रों का कहना है कि बदायूं शिखर को विज्ञापन कमीशन के आधार पर दिए गये हैं, जिसकी उच्च स्तरीय जाँच होना अति आवश्यक है।
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