बदायूं विधान सभा क्षेत्र के समाजवादी पार्टी से निष्कासित किये जा चुके बढ़बोले व कथित आदर्शवादी विधायक आबिद रजा के पीआरओ के भाई सहित दो दबंगों के विरुद्ध पुलिस द्वारा कार्रवाई कर दी गई है, जिससे आबिद रजा के गुर्गे भूमिगत हो गये हैं। दबंगों व गुंडों के विरुद्ध कार्रवाई होने से जनता न सिर्फ भयमुक्त हो गई है, बल्कि खुशी मनाती नजर आ रही है।
विधायक आबिद रजा के कई कथित पीआरओ हैं। आबिद के एक पीआरओ का नाम है सरताज, जो गुंडई और दबंगई से संबंधित क्षेत्र को संभालता है। विधायक के बाद आम जनता सबसे ज्यादा सरताज से ही डरती रही है। बताते हैं कि आबिद रजा के बल पर सरताज का भाई कौशर हुसैन पुत्र रेवती अली निवासी मोहल्ला कबूलपुरा गैंग बना कर दबंगई करता रहा है। किसी को भी धमका देना, उसके स्वभाव का हिस्सा बन गया था। सूत्रों का कहना है कि तिराहे-चौराहे पर खड़े होकर लोगों को अब भी हड़का रहा था कि आबिद भाई का रूतबा बहुत जल्दी बहाल होगा और फिर खुशी मनाने वालों को सड़क पर गिरा कर पीटा जायेगा।
बताते हैं कि कौशर की दबंगई की सूचना पुलिस को मिल गई, तो सदर कोतवाली पुलिस ने मौके से कौशर को हिरासत में ले लिया, उसके साथ जालंधरी सराय का आरिफ पुत्र वाहिद भी पकड़ा गया। जमकर पीटने के बाद पुलिस ने दोनों के विरुद्ध शांति भंग करने की आशंका में कार्रवाई कर दी, जिससे आबिद रजा के बाकी गुर्गों में हड़कंप मच गया और भूमिगत हो गये, वहीं दबंगों और गुंडों का मनोबल टूटने से आम जनता भयमुक्त हो गई है और खुशी व्यक्त करती नजर आ रही है।
बताते हैं कि आबिद के कथित पीआरओ सरताज से पुलिस के सिपाही और दारोगा कांपते थे, वह किसी को भी पुलिस चौकी और कोतवाली से छुड़ा ले जाता था और कोतवाल तक कुछ नहीं कह पाते थे। स्कूटी के आगे और पीछे मोटे अक्षरों में पीआरओ- दर्जा राज्यमंत्री लिखवा रखा था। सड़क पर भीड़ में भी कोई साइड नहीं दे पाता था, तो सरताज सम्मानित व्यक्ति को भी खुलेआम गरियाने लगता था।