उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव महिलाओं को सुरक्षा देने को बेहद गंभीर नजर आते हैं, लेकिन उनकी सरकारी मशीनरी पीड़ित महिलाओं की बात सुनने तक को तैयार नहीं दिख रही। हालात इतने भयावह हो चले हैं कि एक आपराधिक प्रवृत्ति के युवक ने महिला के ऊपर न सिर्फ तेजाब डालने का प्रयास किया, बल्कि तमंचे की बट से बेरहमी से पिटाई भी लगाई। पुलिस ने पीड़ित महिला की तहरीर तक नहीं ली और पीड़ित ने जब हेल्पलाइन नंबर पर बात की, तो उसे टहलाने का प्रयास किया गया।
सनसनीखेज वारदात बदायूं जिले में स्थित कस्बा सहसवान की है, यहाँ के मोहल्ला शहबाजपुर की बीस वर्षीय महिला 19 फरवरी को दोपहर के समय बाजार की ओर जा रही थी, तभी मोहल्ले का ही अकरम आ गया। महिला ने बताया कि अकरम की नीयत उसको लेकर अच्छी नहीं रही है, इसीलिए उसने चेहरे पर तेजाब डालने का प्रयास किया, लेकिन किसी तरह वह बच गई, तो उसने तमंचा की बट से उसे पीटना शुरू कर दिया। पीड़ित महिला की चीख सुन कर उसके भाई व पड़ोसी दौड़ पड़े, तो वह बच पाई।
घटना के बाद पीड़ित महिला कोतवाली सहसवान में गई, तो पुलिस ने उसकी तहरीर तक नहीं ली। पीड़ित आज जिला मुख्यालय आई, तो एसएसपी व एएसपी नहीं मिले। सिर में गहरा घाव और अत्यधिक रक्तस्राव होने से महिला की हालत बिगड़ गई और वह पुलिस ऑफिस पर ही बेहोश हो गई, इस बीच वहां तमाम मीडिया कर्मी जमा हो गये। पत्रकारों की सलाह पर हेल्पलाइन- 1090 पर फोन करने का प्रयास किया गया, लेकिन नंबर लगातार व्यस्त जाता रहा और जब फोन उठाया, तो उधर से बात करने वाली महिला पुलिस कर्मी ने पीड़ित की कहानी सुनने के बाद सलाह दी कि पुलिस के पास जाओ और एंबुलेंस- 108 को फोन करो। पुलिस न सुनें, तब यहाँ फोन करना, यह सलाह उसे दो बार दी गई, इसके बाद पत्रकारों ने बात की और उनकी शिकायत करने की चेतावनी दी गई, तो महिला पुलिस कर्मी ने शिकायत दर्ज की। बता दें कि पीड़ित का पति दिल्ली में रह कर प्राइवेट नौकरी करता है, वह दो बच्चों की माँ भी है।