हिंदुस्तान की सबसे शक्तिशाली महिला कॉंग्रेस की अध्यक्ष और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका बाड्रा के पति रॉबर्ट बाड्रा जिस राह से निकल रहे हों, उस राह को बदल लें, वरना उनके बराबर से निकलना भारी पड़ सकता है। जी हाँ, यह सच्चाई है और यह सच्चाई जिसे नहीं पता है, वो आफत में पड़ सकता है। यह बात मुल्तान नगर के रहने वाले सौरभ रस्तोगी को पता नहीं थी, तभी उन्होंने रॉबर्ट बाड्रा के काफिले को ओवर टेक कर दिया और इसी बात पर सुरक्षा गार्डों ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
हुआ यह कि गुरुवार की सुबह करीब 10:30 बजे साउथ दिल्ली के अमर कॉलोनी थाना इलाके में होते हुए रॉबर्ट वाड्रा का काफिला सुखदेव विहार की ओर जा रहा था, तभी मोदी फ्लोर मिल के पास उनके काफिले को ओवर टेक करते हुए एक सैंट्रो कार आगे निकल गई, इसी बात पर बाड्रा के सुरक्षा गार्ड ने पीछा कर कार चालक को पकड़ लिया और पूंछ-तांछ करते हुए पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मोटर वीइकल एक्ट के सेक्शन 184 के अंतर्गत सौरभ के विरुद्ध कार्रवाई कर दी है। प्राइवेट जॉब करने वाले सौरभ खुद क बेकसूर ही नहीं बता रहे हैं, बल्कि पूरे मामले को लेकर आश्चर्यचकित भी हैं।
दिल्ली में फिलहाल आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में सरकार है, लेकिन इस आम आदमी को लेकर सुरक्षा गार्ड और पुलिस से यह पूंछने वाला कोई नहीं है कि जब सौरभ कार ओवर टेक कर निकल ही गया था, तो उसे दौड़ा कर पकड़ने की आवश्यकता क्या थी, वो भी तब जब उसकी तरफ से किसी तरह की कोई हरकात नहीं की गई थी और न ही उसने स्पीड लिमिट का नियम तोड़ा था, ऐसे में साफ़ है कि देश की सर्वाधिक शक्तिशाली महिला के दामाद के बराबर से भी गुजरना किसी अपराध से कम नहीं है।