कार्रवाई न होने से भ्रष्ट बाबुओं को मिल रहा बल
बदायूं के विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी ने एक बड़े घोटाले को पकड़ तो लिया, लेकिन घोटालेबाज के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की। मुख्य विकास अधिकारी की उदारता से अन्य भ्रष्ट बाबुओं को भी बल मिल रहा है। विकास भवन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कंप्यूटर प्रोग्रामर के पद पर तैनात राजेश श्रीवास्तव ने राज इंटर प्राइजेज नाम ने एक फर्जी फर्म बना रखी है, जिसके द्वारा विकास भवन स्थिति विभिन्न कार्यालयों में स्टेशनरी सप्लाई करता रहा है। सूत्रों का कहना है कि फर्जी बिलिंग के सहारे खुद भी लाखों रुपये हड़प चुका है एवं विभिन्न विभागों के बाबुओं को भी पैदा करा चुका है। राजेश यह गोरखधंधा लंबे समय से करता आ रहा है, लेकिन सेटिंग के चलते उच्चाधिकारी चुप रहे। मुख्य विकास अधिकारी के पद पर वर्तमान में तैनात आईएएस अधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने गोरखधंधे को पकड़ लिया। सूत्रों का कहना है कि सीडीओ ने राजेश को अपने कमरे में बुला कर जमकर डांटा तो, लेकिन कार्रवाई नहीं की, साथ ही उसे एसी रूम से हटा कर डीआरडीए के कार्यालय में बैठा दिया। सीडीओ के ऐसा करने से हो रहे गोरखधंधे पर फिलहाल तो रोक लग गयी है, पर अब तक उसने जो लाखों रुपया हड़पा है, उसमें कार्रवाई न होना चर्चा का विषय बना हुआ है, वहीं अन्य भ्रष्ट बाबुओं को भी बल मिल रहा है।
राजेश के शातिर दिमाग की उपज है ब्यूटी पार्लर कंप्यूटर प्रोग्रामर राजेश श्रीवास्तव ने पत्नी के नाम से संचालित फर्जी फर्म के सहारे लाखों रुपये हड़प चुका है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में न फंस जाये, इसलिए शातिर दिमाग राजेश ने पत्नी को बदायूं में ही ब्यूटी पार्लर खुलवा दिया है, जिसके सहारे अपनी अवैध कमाई को एडजस्ट कर रहा है।