चुनाव छोटे हों या बड़े। प्रशासन सख्त हो या लापरवाह। चुनाव के दौरान छोटी-बड़ी बेईमानी होती रही है, लेकिन आजादी के बाद से यह पहला मौका था, जो जनपद बदायूं में मतदान और मतगणना के दौरान अफसरों पर किसी तरह के आरोप नहीं लगे। इस सफलता के हकदार जिलाधिकारी मयूर माहेश्वरी और एसपी मंजिल सैनी दोनों ही हैं, लेकिन आम आदमी मंजिल सैनी की कार्यप्रणाली और मतदान के दिन फुर्ती देख कर उनका प्रशंसक हो गया है। मंजिल सैनी की निष्पक्ष कार्यप्रणाली का परिणाम है कि आम आदमी का कानून के प्रति विश्वास बड़ा है, जिससे पीडि़त आम आदमी दंबगों के विरुद्ध भी आवाज बुलंद करने लगा है। शांति पूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए यह दोनों अधिकारी लंबे समय तक याद रखे जायेंगे।
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