– अस्पताल में अटेंडेंट के साथ हुई थी दुष्कर्म की सनसनीखेज वारदात
बरेली के गंगाशील अस्पताल में अटेंडेंट के साथ हुई दुष्कर्म की वारदात पर स्वास्थ्य विभाग ने आज अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया। घटना के बाद से अस्पताल का चेयरमैन भी फरार है, जिसे पुलिस खोज रही है।
उल्लेखनीय है कि 13 जुलाई को गंगाशील अस्पताल में अटेंडेंट के पद पर काम करने वाली एक युवती से उसी के साथ काम करने वाले दो सगे भाइयों ने बलात्कार किया था। दरिंदे भाइयों ने युवती को बुरी तरह घायल भी कर दिया था। घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने घटना को दबाने का प्रयास किया, साथ ही युवती का आपरेशन भी कर दिया एवं रुपये देकर युवती और उसके परिजनों पर मुंह बंद रखने का दबाव भी बनाया, लेकिन किसी तरह बच कर युवती के पिता ने घटना की शिकायत थाना प्रेमनगर में की, तो तीन दिन बाद 16 जुलाई को घटना का खुलासा हुआ, जिससे शहर में सनसनी फैल गई।
एफआईआर के बाद पुलिस ने जिला अस्पताल में युवती का मेडिकल परीक्षण कराया, साथ ही एक नामजद आरोपी शिवराज को दूसरे दिन ही गिरफ्तार भी कर लिया, इसके बाद अस्पताल के एमडी डॉ. निशात और उनकी पत्नी डॉ. शालिनी महेश्वरी के प्रति लोगों में आक्रोश पनपने लगा, इसके अलावा इनकी अन्य कारगुजारियों का भी खुलासा होने लगा, तो यह दोनों भी फरार हो गए। एसएसपी की सिफारिश पर स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रशासन को 19 जुलाई को साक्ष्य छिपाने और पुलिस को घटना की सूचना न देने के लिए नोटिस भेजा था, इन दोनों के विरुद्ध भी रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। हालांकि 21 जुलाई को अस्पताल की ओर से जवाब भेजा गया, लेकिन जवाब से असंतुष्ट स्वास्थ्य विभाग ने आज अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने का आदेश दे दिया।