बदायूं स्थित जिला चिकित्सालय में डिजिटल एक्स-रे रूम तैयार करने वाली कार्यदायी संस्था प्राॅगनासेस मेडीकल सिस्टम प्राईवेट लिमिटेड के भुगतान पर अग्रिम आदेशों तक जिलाधिकारी शम्भू नाथ ने रोक लगा दी है। एक्स-रे रूम गुणवत्ता को नजर अंदाज कर तैयार किया गया है, जिसके कारण उसकी सीलिंग (फालिंग रूफ) गिर गई है।
मंगलवार को जिलाधिकारी शम्भू नाथ ने एसएसपी सौमित्र यादव के साथ जिला चिकित्सालय में आकस्मिक रूप से छापामार कर चिकित्सालय के हालातों का जायजा लिया, तो अस्पताल में हड़कम्प मच गया। जिलाधिकारी ने ओपीडी का गहन निरीक्षण किया, चिकित्सकों और मरीजों से भी वार्ता की और दवा वितरण खिड़की से दवा प्राप्त करने वाली महिला की दवाईयों को भी देखा। एन्टीरेबीज के इंजेक्शन लगने वाले रूम का भी निरीक्षण किया और एक मरीज को बुलाकर उससे वार्ता की, उसके हाथ में कुत्ते ने काटा था, जिलाधिकारी ने उसके जख्म को भी देखा। जिलाधिकारी ने पर्चा बनने वाली खिड़की का भी मुआयना किया, वहां कई लोगों के एकत्र होने पर जिलाधिकारी ने ऐतराज जताया, जिससे डाक्टर हरपाल सिंह ने अवगत कराया कि इन चारों लोगों को इसी कार्य के लिए लगाया गया है। नाक, कान तथा गले से सम्बंधित चिकित्सक के ओपीडी कक्ष में मकड़ी के जाले लगे होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
मोहल्ला मीरा जी चैकी निवासी जुवैदा ने जिलाधिकारी से शिकायत की कि रविवार के दिन उसके जीजा को इमरजेंसी में दिखाने पर किसी चिकित्सक ने प्राईवेट डाक्टरों के यहां इलाज कराने के लिए रेफर कर दिया, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताई और और तुरन्त हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टर रियाज अहमद को बुलाकर इलाज करने के निर्देश दिए। सीएमएस अवकाश पर पाए गए। इस अवसर पर चिकित्सकगण भी मौजूद रहे।